कानपुर देहात में बीती रात पुलिस के खिलाफ धरना देने वाले बीजेपी नेता और मंत्री प्रतिभा शुक्ला के पति ने अब डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. अनिल शुक्ला वारसी ने ब्रजेश पाठक को ब्राह्मणों की ‘सुरक्षा’ करने की हिदायत दी है. उन्होंने कहा कि पाठक अपने पद के साथ न्याय नहीं कर पा रहे हैं और ना ही अपने समाज के साथ. जिस जाति के लोगों की वजह से वो डिप्टी सीएम बनाए गए उनके लिए काम नहीं कर रहे.
बकौल अनिल शुक्ला- धरने पर बैठने से पहले पाठक जी को फोन किया गया था, लेकिन उनके पीए ने बात नहीं कराई. जब हम धरने पर बैठ गए तो उनका फोन आया. पूरे प्रदेश के कार्यकर्ता बता रहे हैं कि ब्राह्मणों की सुनवाई नहीं हो रही. ब्राह्मण नाम लेते ही पुलिस का व्यवहार बदल जाता है. उपमुख्यमंत्री बनना कोई बड़ी बात नहीं है, अगर मौका मिला है तो अपने समाज को जिंदा रखें, उसके साथ खड़े रहें.
वहीं, बीजेपी सांसद भोला सिंह पर निशाना साधते हुए शुक्ला ने कहा कि उनका खुद का कोई आधार नहीं है. वह केवल मोदी लहर में जीते हैं. अगर मेरी पत्नी को मंत्री ना बनाया होता तो मैं खुद चुनाव लड़ता और भोला सिंह को उनकी औकात दिखा देता.
उधर, मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने ‘आजतक’ के साथ बात करते हुए स्थानीय बीजेपी सांसद पर जातिवादी रवैया अपनाने का आरोप लगाया है. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर शाम तक उनके कार्यकर्ता का उत्पीड़न करने वाले इंस्पेक्टर पर कार्रवाई नहीं हुई तो फिर से धरने पर बैठ जाएंगी.
प्रतिभा शुक्ला का कहना है कि अधिकारी सिर्फ पैसों की बात मान रहे हैं और गलत काम कर रहे हैं. जिलाधिकारी तो बाहर निकल कर लोगों से मिलते ही नहीं, ना कोई काम करते हैं, जिसकी वजह से विवाद की स्थिति पैदा हो रही है.
जबकि, स्थानीय सांसद भोला सिंह ब्राह्मण अधिकारियों को नीचा दिखाते हैं. बैठक में अनावश्यक कमेंट करके बेइज्जत करते हैं. उन्हीं की शह पर सब काम हो रहा है. हमारे लोग प्रताड़ित किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री जी कल गोरखपुर में थे इसलिए उनके पीएस संजय प्रसाद को फोन किया था. उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन देकर धरना खत्म करने की अपील की थी. इसलिए अगर अब इंस्पेक्टर पर कार्रवाई नहीं हुई तो फिर दोबारा धरने पर बैठ जाएंगे.