जबलपुर। आदिम जाति कल्याण विभाग ने उपायुक्त जगदीश सरवटे ने कान्हा के अलावा बांधवगढ़ में भी रिसार्ट बनाया है। इसका पता आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच कर रही आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) को चला है। सरवटे के रामपुर शंकर शाह नगर स्थित शासकीय और अधारताल स्थित पैतृक आवास में की गई छापेमारी में जब्त अभिलेखों को खंगालने पर लगातार उसकी नई संपत्तियों का पता चल रहा है। छानबीन में अभी तक सरवटे से जुड़े 10 बैंक खातों की जानकारी सामने आई है।
जबलपुर, सागर से लेकर भोपाल तक सरवटे के ठिकानों पर की गई छानबीन में उसके काली कमाई का एक बड़ा हिस्सा जमीनों में निवेश करने का भी पता चला है। इस मामले में ईओडब्ल्यू अभी और जांच कर रही है। ईओडब्ल्यू की लगातार छानबीन के बीच जगदीश सरवटे गायब हो गया है।
ईओडब्ल्यू ने मंगलवार को जब पहली बार छापेमारी की थी तब सरवटे रामपुर स्थित शासकीय आवास में मिला था। उसे वहां से पकड़कर अधारताल स्थित पैतृक आवास ले लाया गया था। पैतृक आवास की तस्दीक, वहां छानबीन और पूछताछ के बाद सरवटे को सशर्त छोड़ा गया था
उसके बाद गुरुवार को पूछताछ के लिए सरवटे के लिए फोन लगाया गया तो उसका मोबाइल बंद था। संपर्क करने पर वह घर पर भी नहीं मिला। गुरुवार से गायब बताया जा रहा है। ईओडब्ल्यू को छापेमारी में सरवटे के आवास में विलासिता की सामग्री के साथ भारी मात्रा में महंगी शराब मिली थी। मामले में गुरुवार को गोरखपुर थाना में आबकारी एक्ट की एक और एफआइआर दर्ज की गईह।