गोंडा: निजी स्कूलों की मनमानी फीस और शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग को लेकर ‘राष्ट्रीय छात्र पंचायत’ के बैनर तले निकाली गई 120 किलोमीटर लंबी छात्र कांवड़ यात्रा गोंडा से शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पहुंचते ही बवाल में बदल गई. सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचे छात्रों को पुलिस ने बर्बरता पूर्वक रोका, राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवम पांडेय सहित कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया गया.
छात्रों का कहना है कि वे पैदल यात्रा कर गोंडा से लखनऊ आए थे और जल लेकर मुख्यमंत्री का “जलाभिषेक” करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने उनकी उंगली तोड़ दी, गर्दन दबाई और जीप में भरकर जबरन उठा लिया.
शिवम पांडेय ने भावुक होकर कहा,“मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हमारे लिए भगवान हैं। हम तो केवल अपने ‘भगवान’ से मिलने आए थे। क्या मैं AK-47 लेकर आया था? मैं तो बस जल लाया था शिक्षा की गुंडागर्दी के खिलाफ संकल्प के साथ। पर हमारे साथ आतंकियों जैसा व्यवहार किया गया.”
छात्रों की मांग है कि मानसून सत्र में निजी स्कूलों पर नियंत्रण के लिए सख्त कानून लाया जाए, जिसमें फीस, ड्रेस, ट्रांसपोर्ट और एडमिशन शुल्क की मनमानी पर लगाम लगाई जाए.
शिवम पांडेय ने कहा,“30 अप्रैल को विधानसभा घेराव के बाद भी हमारी मांगें अनसुनी रहीं। अब हमारी आखिरी इच्छा है कि हम मुख्यमंत्री जी से मिलकर अपने पैरों के छाले और मन की पीड़ा दिखा सकें.”
इस पूरे घटनाक्रम की निंदा करते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अमन बहादुर सिंह ने कहा,“यह लोकतंत्र की हत्या है। जब शांतिपूर्वक छात्र अपनी बात कहने आए थे, उन्हें लाठियों और गिरफ्तारी से जवाब दिया गया। हम इस अन्याय के खिलाफ राष्ट्रीय छात्र पंचायत के साथ खड़े हैं.”
राज्य संयोजक राजेश मौर्य ने एलान किया कि सभी कार्यकर्ता इको गार्डन में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठेंगे और तब तक नहीं हटेंगे जब तक मुख्यमंत्री खुद सामने आकर उनकी बातें नहीं सुनते.
इस मौके पर छात्र नेता अभिषेक मिश्रा, सतीश कुमार मिश्रा, हिमांशु तिवारी, विवेक यादव सहित दर्जनों छात्र और कार्यकर्ता मौजूद रहे.
विशेष मांगें:
निजी स्कूलों पर फीस नियंत्रण कानून ड्रेस, बस और एडमिशन फीस में पारदर्शिता शिक्षा के व्यवसायीकरण पर रोक, छात्रों पर हुए पुलिसिया अत्याचार की जांच.