उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के उतरौला क्षेत्र स्थित मधपुर गांव से एक बड़े षड्यंत्र का पर्दाफाश हुआ है. यहां छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन के घर से ATS को आपत्तिजनक दस्तावेज और संदिग्ध फाइलें मिली हैं, जिनसे उसके राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के प्रमाण मिले हैं.
देशभर में फैला है नेटवर्क, 3000 से अधिक लोग जुड़े
एटीएस की शुरुआती जांच में यह खुलासा हुआ है कि छांगुर सिर्फ अवैध धर्मांतरण ही नहीं, बल्कि राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को भी संचालित कर रहा था. उसका गिरोह देशभर में फैला हुआ है, जिसमें 3000 से अधिक लोग सक्रिय बताए जा रहे हैं. गिरोह के तार केरल, कर्नाटक, चेन्नई, महाराष्ट्र और नेपाल तक जुड़े होने की बात सामने आ रही है.
दुबई, सऊदी और तुर्की से संपर्क, विदेशी संगठनों से कनेक्शन की आशंका
जांच में सामने आया है कि छांगुर के दुबई, सऊदी अरब और तुर्की में भी संपर्क हैं. सुरक्षा एजेंसियां आशंका जता रही हैं कि उसका संपर्क प्रतिबंधित विदेशी संगठनों से भी हो सकता है. उसके घर से मिली फाइलों में कुछ ऐसे संगठनों के नाम पाए गए हैं जो खुफिया एजेंसियों की नजर में हैं.
रेहरामाफी और मधपुर में बनाए थे ठिकाने
छांगुर ने रेहरामाफी और मधपुर गांव को अपना अड्डा इसलिए बनाया था ताकि उसके नेटवर्क से जुड़े लोग सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी से दूर रह सकें. यहां से ऑपरेशन चलाने में आसानी होती थी और वह गुप्त रूप से गतिविधियां संचालित कर रहा था.
अब तक 8 सहयोगी गिरफ्तार, कई ठिकानों पर छापेमारी
एटीएस ने अब तक छांगुर के 8 करीबियों को बलरामपुर से गिरफ्तार किया है. शेष सहयोगियों और नेटवर्क के अन्य गुर्गों की तलाश जारी है. सुरक्षा एजेंसियां उनके ठिकानों की लोकेशन ट्रेस कर रही हैं और जल्द ही अन्य खुलासे की संभावना है. प्रशासन ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच को तेज कर दिया है और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी किसी भी साजिश को विफल करने के लिए एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं.
छांगुर बाबा सिंडिकेट का अंडरवर्ल्ड से कनेक्शन
धर्मांतरण के नाम पर देशभर में फैले छांगुर बाबा सिंडिकेट की परतें खुलने के साथ ही यह मामला और भी खौफनाक होता जा रहा है. अब जो नई जानकारी सामने आई है, उसने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ा दी है.
आजतक के पास मौजूद एक्सक्लूसिव दस्तावेज़ों और खुफिया सूत्रों की पुष्टि से यह साफ हो गया है कि छांगुर बाबा का नेटवर्क केवल अवैध धर्मांतरण तक सीमित नहीं था, बल्कि उसका गहरा रिश्ता अंडरवर्ल्ड की दुनिया से भी रहा है.
सूत्रों के मुताबिक, छांगुर बाबा का सिंडिकेट पूरी तरह संगठित, योजनाबद्ध और देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त था. इतना ही नहीं, इसके तार भारत के मोस्ट वांटेड आतंकी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम तक पहुंचते दिख रहे हैं.