बंगाल में फिर हिंसा! मुर्शिदाबाद में एक हफ्ते में दूसरे तृणमूल कांग्रेस नेता की हत्या

पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है. इससे पहले फिर से बंगाल में हिंसक घटनाएं बढ़ने लगी हैं. पिछले सप्ताह मुर्शिदाबाद के भरतपुर में एक तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी. उस घटना के एक सप्ताह के भीतर ही एक और हत्या की घटना घटी है. इस बार रेजिनगर, मुर्शिदाबाद में टीएमसी नेता की हत्या की गयी. मृतक का नाम प्रतिताब पाल है. उसका घर रेजिनगर के नॉर्थ कॉलोनी इलाके में है.

Advertisement

भाजपा नेता का दावा है कि केवल जुलाई में तृणमूल कांग्रेस के छह नेताओं की हत्या की गई है.पिछले जून में मुर्शिदाबाद के शमशेरगंज में एक तृणमूल कार्यकर्ता की उसके घर में घुसकर कथित तौर पर हत्या कर दी गई थी और उसे ईंटों से कुचल दिया गया था. जून में जिले के हरिहरपारा में एक तृणमूल कार्यकर्ता की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिन पहले कुछ स्थानीय बदमाशों ने उस पर हमला किया था. उसके सिर और शरीर के कई हिस्सों में चोटें आईं. उन्हें बचाकर मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान शुक्रवार शाम उनकी मौत हो गई. पुलिस थाने में छह लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है. रेजिनगर पुलिस स्टेशन ने घटना की जांच शुरू कर दी है.

रेजिनगर में तृणमूल नेता की हत्या

रेजिनगर ब्लॉक तृणमूल अध्यक्ष मंजुर शेख ने कहा, “वह तृणमूल बूथ अध्यक्ष हैं. वह टोटो लेकर घर लौट रहे थे, तभी कुछ बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया, फिर उन्होंने उन पर तलवार से हमला किया और भाग गए., अस्पताल ले जाते समय उनकी मौत हो गई.

हालांकि, प्रतिताब ने अपनी मौत से पहले कुछ आरोपियों की पहचान की थी.” भाजपा विधायक सुब्रत मैत्रा ने कहा, “अकेले जुलाई में ही छह तृणमूल सदस्यों की मौत हो गई. इन मामलों में तृणमूल कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया और रेजिनगर में अभी भी हमारा कोई मजबूत संगठन नहीं है और ऐसी स्थिति में भाजपा लोगों की हत्या के बारे में नहीं सोचेगी. यह बेवजह पार्टी की छवि खराब कर रहा है.”

पिछले सप्ताह भी एक तृणमूल नेता की हुई थी हत्या

इससे पहले मुर्शिदाबाद के भरतपुर में एक तृणमूल कार्यकर्ता की हत्या कर थी. बुधवार को तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता का लहूलुहान हालत पाया गया था और कंडी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. चौवन वर्षीय तृणमूल कार्यकर्ता षष्ठी घोष के परिवार का दावा है कि पार्टी के भीतर गुटीय संघर्ष के कारण उनकी हत्या कर दी गई. पुलिस ने बताया कि सभी पहलुओं की जांच के बाद जांच की जा रही है.

भरतपुर के आलू ग्राम पंचायत क्षेत्र के सेलई गांव निवासी षष्ठी बुधवार रात करीब 11 बजे घर लौट रहा था. स्थानीय सूत्रों के अनुसार, सड़क पर कुछ लोगों के साथ उनका झगड़ा हो गया था. आरोप है कि कहासुनी के दौरान दो बाइकों पर सवार पांच बदमाशों ने अचानक षष्ठी पर धारदार हथियारों से हमला कर दिया. इस आकस्मिक हमले में तृणमूल कार्यकर्ता के कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गया. उसकी चीख सुनकर स्थानीय लोग दौड़े. इससे पहले ही अपराधी भाग निकले.

Advertisements