छत्तीसगढ़ की जशपुर पुलिस ने एक सप्ताह में 6 लापता नाबालिग लड़कियों को खोजकर उनके परिजनों को सौंप दिया है। इनमें से दो लड़कियों को दिल्ली और हिमाचल प्रदेश से बरामद किया गया है। हिमाचल प्रदेश से बरामद की गई 17 वर्षीय किशोरी के मामले में एक युवक को गिरफ्तार किया गया है।
जानकारी के मुताबिक, सिटी कोतवाली क्षेत्र के एक गांव के निवासी ने 6 अगस्त 2024 को अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई थी। परिजनों ने बताया कि रात करीब 1 बजे उन्होंने देखा कि घर की कुंडी खुली है और बेटी गायब है। पुलिस ने धारा 137(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
शादी का झांसा देकर ले गया था हिमाचल
तकनीकी साक्ष्य और परिजनों से मिली जानकारी के आधार पर पता चला कि किशोरी कांगड़ा जिले के योल गांव में है। पुलिस टीम हिमाचल रवाना हुई और 27 वर्षीय आरोपी राजेश राम यादव के कब्जे से बालिका को छुड़ाया। पूछताछ में पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने शादी का झांसा देकर उसे भगाया था।
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ बीएनएस की धाराएं 64(2), 87, 96 और पॉक्सो एक्ट की धारा 4 और 6 के तहत मामला दर्ज कर उसे न्यायिक रिमांड में जेल भेजा गया।
दिल्ली से मिली भटकी बालिका, चाइल्ड होम से लाई गई जशपुर
दूसरे मामले में चौकी दोकड़ा क्षेत्र के एक व्यक्ति ने 2 जुलाई को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसकी 16 वर्षीय बेटी बिना किसी जानकारी के घर से चली गई है। परिजनों को शक था कि वह काम की तलाश में दिल्ली चली गई है। जांच के दौरान जानकारी मिली कि दिल्ली स्थित निर्मल छाया चिल्ड्रन होम में एक नाबालिग है, जो जशपुर की हो सकती है।
पुलिस टीम दिल्ली पहुंची और दस्तावेजी पुष्टि के बाद बालिका को दस्तयाब कर जशपुर लाया गया। पूछताछ में उसने बताया कि वह बिना बताए दिल्ली काम की तलाश में चली गई थी और भटकने के दौरान चाइल्ड होम के लोगों ने उसे संरक्षण में लिया। उसके साथ कोई अप्रिय घटना नहीं घटी है। पुलिस ने बच्ची को परिजनों को सौंप दिया है।
ऑपरेशन मुस्कान के तहत किया गया दस्तयाब
इस मामले में एसएसपी शशि मोहन सिंह ने बताया कि जिलेभर में ऑपरेशन मुस्कान अभियान प्राथमिकता के साथ संचालित किया जा रहा है, जिसके तहत राज्य के भीतर और बाहर जाकर गुम बच्चों की तलाश की जा रही है। हाल ही में दिल्ली और हिमाचल से दस्तयाब की गई दो नाबालिग बालिकाओं सहित कुल छह बच्चियों को एक सप्ताह के भीतर तलाशा गया है।