सावन का तीसरा सोमवार: सोनेश्वर महादेव में कांवरियों का तांता, 50 किमी पैदल यात्रा, अमरकंटक से नर्मदा जल लाकर जलाभिषेक

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही : जिले में सावन के तीसरे सोमवार को भगवान शिव की भक्ति और आराधना का विशेष माहौल रहा। शिवालयों में कांवरियों के ‘बोल बम’ और ‘हर हर महादेव’ के उद्घोष से वातावरण गुंजायमान हो उठा। सुबह से ही शिव भक्त और कांवरिए देवों के देव महादेव की पूजा-अर्चना और जलाभिषेक में लीन रहे, जिससे आस्था की धूम छाई रही.

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छत्तीसगढ़ की सीमा पर स्थित ज्वालेश्वर महादेव में शिव भक्तों और कांवरियों का तांता लगा रहा.वहीं, सोनेश्वर महादेव में विगत 17 वर्षों की तरह इस बार भी कोटमी, सकोला, सेखवा, मड़ई, विषेशरा के सैकड़ों कांवरियों का जत्था अमरकंटक से 50 किलोमीटर पैदल चलकर नर्मदा जल लेकर पहुंचा.अमरकंटक के उद्गम कुंड से जल लेकर यह दल ज्वालेश्वर महादेव सहित विभिन्न मंदिरों में जलाभिषेक करने के बाद कोटमी के सोनभद्र नदी तट पर पहुंचा.यहां शिवलिंग पर नर्मदा जल, बेलपत्र और दूध से भगवान शिव का जलाभिषेक कर श्रद्धालुओं ने मनोकामनाएं कीं.कांवरिया दलों का जिले में पुष्प वर्षा कर स्वागत भी किया गया.

 

सावन का यह महीना शिव भक्ति का प्रतीक है. आज तीसरे सोमवार को नर्मदा उदगम से जल लेकर सैकड़ों कांवरिए कांवरों में जल भरकर शिवालयों में जलाभिषेक कर रहे हैं, जिससे भक्ति का सैलाब दिखाई दे रहा है.

 

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