संसद के मानसून सत्र 2025 में सोमवार से पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर पर बड़ी चर्चा शुरू होगी. ऐसे में संभावना है कि सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच तीखी टक्कर देखने को मिल सकती है. इसको लेकर दोनों सदनों में 16 घंटे की चर्चा होगी. चर्चा से पहले पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या ने आजतक से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज की चर्चा सिर्फ और सिर्फ आतंकवाद के खात्मे को लेकर होनी चाहिए. क्योंकि पीएम सर ने कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर चलता रहेगा. अब इस ऑपरेशन में आगे क्या होगा.
ऐशन्या ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इस मामले में राजनीति नहीं होगी. देश के अंदर और बाहर किस तरीके से अंतकवाद खत्म हो इस पर चर्चा होनी चाहिए. मेरे पति शुभम के बारे में बात हो और पहलगाम आतंकी हमले में जिन 26 लोगों ने अपनी जान गंवाई है, उनको रिस्पेक्ट मिले. किसी भी तरह की इस मामले में राजनीति न हो.
ऐशन्या बोलीं मुझे सरकार से बहुत उम्मीद है
सरकार से उम्मीद है कि सरकार आतंकी हमले के शिकार लोगों के लिए कुछ तो करेगी और उन्हें शहीद का दर्जा देगी. हालांकि, इस दौरान जब ऐशन्या से पूछा गया है कि चर्चा से पहले एक पूर्व वित्त मंत्री ने बयान दिया है कि आतंकी हमले को अंजाम देने वाले पाकिस्तानी नहीं थे. इस पर ऐशन्या ने कहा कि जब तक इनके परिवारों के साथ ऐसा नहीं होगा, तब तक नेता खुलकर बोल नहीं पाएंगे.
पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देते आया है. ऐशन्या ने ऑपरेशन सिंदूर के लिए इंडियन आर्मी को थैंक्यू कहा. उन्होंने कहा कि मैं कुछ जवानों से मिली हूं. उनके अंदर हमले को लेकर गुस्सा है. हमारी आर्म फोर्स स्टॉन्ग है. लेकिन आतंकी कायर हैं.
आतंक तभी खत्म होगा जब ऑपरेशन लंबा चलेगा
आज की चर्चा इस पर होनी चाहिए कि हम पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ क्या कदम उठा रहे हैं. ऐसे में आज का दिन सिर्फ पहलगाम में मारे गए लोगों के लिए होनी चाहिए. ऐशन्या ने कहा कि पाकिस्तान में घुसकर कई आतंकी कैंपों को खत्म करना एक बड़ी कार्रवाई है. ऑपरेशन सिंदूर एक बहुत बड़ा ऑपरेशन था. मुझे आज सरकार से बहुत उम्मीद है. आतंक तभी खत्म होगा, जब लंबा ऑपरेशन चलेगा. हमारे जवान बहुत मजबूत हैं.
ऐशन्या ने सीजफायर पर ट्रंप की भूमिका पर भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि भारत के अंदर डर नहीं है. ट्रंप के मन में कुछ चीजें होंगी. शायद यही वजह था कि सीजफायर हुआ. ऐसे में उन्हें भी 26 लोगों को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए. भारतीय सेना पर मुझे गर्व है.