चिदंबरम ने पहलगाम के आतंकियों को बताया ‘होम ग्रोन’, भड़की बीजेपी बोली- सेना से ज्यादा ISI पर भरोसा

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम की तरफ से पहलगाम आतंकी हमले पर दिए बयान से बीजेपी बहुत खफा है. केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता शोभा करंदलाजे ने पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि चिदंबरम लगातार पाकिस्तान का बचाव क्यों कर रहे हैं? हमेशा कांग्रेस अपनी ही सुरक्षा एजेंसियों पर सवाल क्यों उठाती है, जबकि दुनिया के सबसे बड़े आतंकवाद निर्यातक देश पर कभी सवाल क्यों नहीं उठाए जाते?

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बीजेपी ने बयान पर उठाए सवाल

शोभा करंदलाजे ने कहा कि पाकिस्तान का भारत में आतंकवादियों की घुसपैठ कराने का एक लंबा और खूनी इतिहास रहा है. यह पहली बार नहीं है, फिर भी कांग्रेस बार-बार ऐसे जघन्य कृत्यों को कम करके आंकती रही है. उन्होंने पूछा कि चिदंबरम अपने बयान से क्या मैसेज देना चाह रहे हैं? उन्होंने पूछा कि क्या आपको भारत की बहादुर सेनाओं से ज्यादा ISI पर भरोसा है और क्या राजनीतिक नफरत राष्ट्रीय हित से ज्यादा अहम है?

केंद्रीय मंत्री करंदलाजे ने कहा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस के डीएनए में कुछ गंभीर खामियां हैं, जो हमेशा भारत पर शक जताती है, और हमारे लोगों पर हमला करने वालों के प्रति हमेशा नरम रुख अपनाती है.

क्या था चिदंबरम का बयान?

चिदंबरम ने पिछले दिनों न्यूड पोर्टल क्विंट से बातचीत में पहलगाम हमले को लेकर कहा था कि सरकार यह बताने को तैयार नहीं हैं कि पिछले कुछ हफ्तों में एनआईए ने क्या किया. क्या उन्होंने आंतकियों की पहचान कर ली है. वे कहां से आएं थे. क्या पता वो देश के भीतर ही तैयार किए गए होम ग्रोन आतंकी हों. आपने क्यों यह मान लिया वो पाकिस्तान से आए थे. इसका कोई सबूत नहीं है. सरकार भारत को हुए नुकसान को भी छिपा रही है.

पूर्व गृह मंत्री चिदंबरम ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने देश को भरोसे में नहीं लिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने बताया था कि यह ऑपरेशन सिर्फ रोका गया है और खत्म नहीं किया गया है. अगर ऐसा है तो सरकार ने उसके बाद क्या कदम उठाए गए हैं? क्या मोदी सरकार ने पहलगाम जैसा दूसरा हमला रोकने के लिए कोई ठोस कदम उठाया है?

चिदंबरम ने सरकार ने पूछा कि हमलावर आतंकी कहां हैं? आपने उन्हें क्यों नहीं पकड़ा, अब तक उनकी पहचान क्यों नहीं की? हमलावरों को पनाह देने वाले कुछ लोगों की गिरफ्तारी की खबर सामने आई थी. उनका क्या हुआ? ऐसे बहुत सवाल हैं, लेकिन सरकार उन्हें क्यों टाल रही है? प्रधानमंत्री मोदी इस बारे में क्यों नहीं बोल रहे हैं?

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर सोमवार से लोकसभा में चर्चा के लिए 16 घंटे का वक्त तय किया गया है और राज्यसभा में मंगलवार को चर्चा के लिए 16 घंटे तय हुए हैं. लेकिन सोमवार को लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही जोरदार हंगामा देखने को मिला. विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर चर्चा की मांग कर रहा था और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसपर जवाब की मांग कर रहा है.

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