जबलपुर : पाटन थाना क्षेत्र के किंग्सवे होटल व्यास मैरिज हॉल में चल रहे जुए के अड्डे पर शुक्रवार रात की गई दबिश के बाद अब इस मामले ने नया मोड़ ले लिया है.गिरफ्तार किए गए 12 जुआरियों में जहां भाजपा युवा मोर्चा का मंडल उपाध्यक्ष पंकज विश्वकर्मा शामिल है.वहीं होटल संचालक सौरभ व्यास भी पेशे से वकील के साथ भाजपा से जुड़ा हैं. इस कार्रवाई को लेकर न सिर्फ स्थानीय राजनीति में हलचल है, बल्कि 500 मीटर की दूरी पर स्थित पाटन पुलिस की भूमिका भी संदेह के घेरे में आ गई है.स्पेशल टीम ने मौके से 1 लाख 67 हजार नगद, ताश की कई गड्डियाँ और चार लग्जरी वाहन, 13 नग मोबाईल, एक बुलेट सहित अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की.
मौके से इनको गया था दबोचा-
पुलिस ने मौके से भाजपा युवा मोर्चा के मंडल उपाध्यक्ष पंकज विश्वकर्मा , अरविंद पटेल, शुभम ठाकुर, राहुल तिवारी, अवधेश पटेल, विक्की पटेल, नीलेश बागरी, अभिषेक पटेल, राकेश विश्वकर्मा, राहुल बघेल को गिरफ्तार किया था.जिनके कब्जे से 1,67 हजार नगद, आठ गड्डियां ताश की, 13 मोबाइल फोन, चार लग्जरी कारें, प्लास्टिक के फड़ बोर्ड, जुआ खिलाने की रजिस्टर और लेखा-जोखा की पर्चियां बरामद की गई.

राजनीतिक दबाव फिर भी नहीं रुकी कार्रवाई-
जानकारी के अनुसार जैसे ही दबिश की सूचना फैली, कुछ प्रभावशाली लोगों ने पुलिस प्रशासन पर कार्रवाई को रोकने के लिए दबाव बनाया.भाजपा से जुड़े दो प्रमुख चेहरों का नाम सामने आने से कुछ वरिष्ठ नेताओं ने फोन कॉल से हस्तक्षेप करने की कोशिश की लेकिन स्पेशल टीम ने बिना डरे कार्रवाई को अंजाम दिया.

पाटन पुलिस की भूमिका पर सवाल-
व्यास मैरिज हॉल में जुआ फड़ लंबे समय से संचालित हो रहा था, यह किसी से छिपा नहीं था.स्थानीय सूत्रों के अनुसार कई बार शिकायतों के बावजूद पाटन पुलिस ने कभी ठोस कार्रवाई नहीं की.इसलिए इस बार पुलिस कप्तान संपत उपाध्याय ने पाटन थाना को पूरी तरह बाहर रखकर धनवंतरी चौकी प्रभारी एसआई दिनेश गौतम के नेतृत्व में विशेष टीम बनाई.इससे यह सवाल उठने लगा है कि क्या पाटन पुलिस की किसी स्तर पर मिलीभगत रही? इस बिंदु पर आंतरिक विभागीय जांच की भी संभावना जताई जा रही है.
स्पेशल टीम का गठन ऐसे हुआ-
जैसे ही गुप्त सूत्रों से सूचना प्राप्त हुई कप्तान उपाध्याय ने एएसपी आनंद कलादगी को त्वरित योजना तैयार करने के निर्देश दिए.धनवंतरी चौकी प्रभारी एसआई दिनेश गौतम को टीम लीडर बनाया गया और पुलिस लाइन से प्रशिक्षित बल शामिल कर एक फुलप्रूफ ऑपरेशन तैयार किया गया.रात करीब 8 बजे दबिश दी गई और चारों तरफ से घेरकर 12 जुआरियों को रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया.

होटल संचालक की तलाश जारी-
बताया जाता है कि एफआईआर में होटल संचालक को भी शामिल किया है.कार्यवाही के बाद होटल संचालक और पेशे से वकील सौरभ व्यास और सुमित व्यास अंडर ग्राउंड हो गए हैं.दबिश के दौरान मौके पर दोनों नहीं मिले थे.पुलिस टीम ने उनके संभावित ठिकानों पर दबिश तेज कर दी है.

रसूख नहीं बचा सका अपराधियों को-
इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यशैली ने यह साबित कर दिया कि यदि इरादे पक्के हों, तो न कोई राजनीतिक दबाव काम करता है, न ही रसूख.स्पेशल टीम की हिम्मत, गोपनीयता और निष्पक्षता के कारण ही यह फड़ ध्वस्त हुआ जो वर्षों से पाटन पुलिस की नाक के नीचे फल-फूल रहा था.अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि फरार आरोपियों की गिरफ्तारी कब तक होती है और पाटन पुलिस की भूमिका पर क्या विभागीय कार्रवाई होती है.
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