अयोध्या: सावन के पावन तीसरे सोमवार को अयोध्या नगरी में आस्था और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला. हजारों श्रद्धालुओं ने सरयू नदी के घाटों पर पुण्य की डुबकी लगाई और ‘हर-हर महादेव’ व ‘जय श्रीराम’ के जयघोषों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठा. श्रद्धालु तड़के सुबह से ही सरयू घाटों पर पहुंचने लगे, स्नान के बाद भक्तों ने हनुमानगढ़ी और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में दर्शन कर विशेष पूजन किया. घाटों और मंदिर परिसरों में प्रशासन द्वारा सुरक्षा और साफ-सफाई के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे. पुलिस, होमगार्ड्स और प्रशासनिक कर्मियों को चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया था ताकि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो.
सावन के तीसरे सोमवार पर न सिर्फ अयोध्या बल्कि दिल्ली, मुंबई और देशभर के प्रमुख शिवालयों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. सुबह 5 बजे पहली आरती के साथ मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना शुरू हुई.कई जगह तड़के 3 बजे से ही भक्त कतारों में लगना शुरू हो गए थे.शिवालयों में महादेव का जलाभिषेक किया गया और मंदिरों को भव्य श्रृंगार से सजाया गया.
बारिश की फुहारों के बीच भी श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था.घंटों इंतजार के बावजूद उनके चेहरों पर भक्ति का भाव स्पष्ट दिख रहा था.सावन के इस तीसरे सोमवार ने एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि आस्था के सामने न मौसम की मार असर करती है, न ही भीड़ की कठिनाई — जब सच्ची श्रद्धा हो तो हर रास्ता आसान हो जाता है.