डीडवाना–कुचामन: सूबे में बिगड़ती कानून व्यवस्था, पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में हो रही देरी और विवादित स्मार्ट मीटर योजना के खिलाफ कांग्रेस ने कुचामन सिटी में भाजपा सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया और जोरदार प्रदर्शन किया. आक्रोशित कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति और मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी को दो अलग-अलग मांग पत्र सौंपे और सरकार की नीतियों पर जमकर हमला बोला.
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष भंवर अली खान ने आरोप लगाया कि जब से भाजपा सरकार सत्ता में आई है, राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है. बलात्कार, लूट, डकैती, चैन स्नैचिंग और बजरी माफियाओं का आतंक आम हो गया है. जनता का पुलिस प्रशासन से भरोसा उठता जा रहा है और भय का माहौल हर गली-चौराहे पर महसूस किया जा सकता है.
नगर परिषद कुचामन में उप सभापति हेमराज चावला ने कहा- पंचायती राज संस्थाओं और नगर निकायों के चुनावों को बार-बार टाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 243-यू और 243-ई के तहत समय पर चुनाव कराना अनिवार्य है, लेकिन भाजपा सरकार जानबूझकर परिसीमन का बहाना बनाकर जनता को जनप्रतिनिधित्व से वंचित कर रही है। ये सीधा सीधा लोकतंत्र का अपमान है.
वरिष्ठ कांग्रेसी शेर खान और नावां ब्लॉक अध्यक्ष उदय सिंह ने मीडिया से बात करते हुए केंद्र सरकार पर भी निशाना साधा और सीबीआई, ईडी, आयकर विभाग जैसी संवैधानिक संस्थाओं का राजनीतिक लाभ के लिए दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. साथ ही SIR कानून लागू कर मतदाता सूचियों में की जा रही हेराफेरी को संविधान विरोधी करार दिया गया.
स्मार्ट मीटर नहीं, ‘स्मार्ट लूट’ का आरोप
नगर कांग्रेस अध्यक्ष सुतेंद्र सारस्वत ने बताया कि मुख्यमंत्री को नाम दूसरे ज्ञापन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्मार्ट मीटर योजना को लेकर गहरी आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं पर जबरन निजी कंपनी के जरिए स्मार्ट मीटर थोपे जा रहे हैं, जबकि पुराने मीटरों से कोई परेशानी नहीं थी.
उन्होंने बताया कि इन स्मार्ट मीटरों में तकनीकी गड़बड़ियों के कारण 30% से 60% तक अधिक यूनिट दर्ज हो रहे हैं, जिससे गरीब और मध्यम वर्गीय उपभोक्ताओं को भारी नुकसान हो रहा है. कांग्रेस सरकार के समय जो 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली दी जाती थी, वह अब ज्यादा यूनिट दिखने के कारण मिलना बंद हो गई है.
प्रीपेड सिस्टम से मानसिक तनाव, डिजिटल मीटर से हैकिंग का खतरा
पार्षद इकराम भाटी ने चेताया कि स्मार्ट मीटर के प्रीपेड सिस्टम में उपभोक्ताओं को बिल चुकाने का पर्याप्त समय नहीं मिलता, जिससे मानसिक दबाव बढ़ता है. वहीं डिजिटल प्रणाली होने के कारण हैकिंग और बिजली चोरी जैसी तकनीकी खतरे भी बढ़ गए हैं.
नेताओं की एकजुटता, जनता के पक्ष में सड़कों पर कांग्रेस
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष माधव प्रसाद धुत, शेरखान, नगर अध्यक्ष कुचामन सुतेद्र सारस्वत, नावां बाबूलाल बजाज, ब्लॉक अध्यक्ष कुचामन भंवर अली खान, नगर परिषद उपसभापति हेमराज चावला , रामनिवास फौजी, कुचामन ग्रामीण मंडल अध्यक्ष मदनलाल कुमावत, पूर्व खारिया सरपंच कानाराम कुमावत, पार्षद जवाना राम मोहनपुरिया, ईकराम, पार्षद प्रतिनिधि शंकर मोहनपुरिया, नासिर मोहम्मद, चैनसुख सोलंकी, जिला महासचिव ईश्वर राम साहू, बुद्धाराम चौधरी, जिला सचिव किशौर सिंह शेखावत, पांचवा सरपंच महावीर प्रसाद रेगर, ब्लॉक अध्यक्ष उपाध्यक्ष संजय शर्मा, बासित अली, कमल झाझरी, शौकत खान, नेता प्रतिपक्ष नावां, अवधेश पारीक, घासीलाल कुमावत, सुनील कुमावत, अनवर अली गोरी, दुर्गाराम चौधरी, गजेंद्र कासोटिया,इमरान लीलगर, वकील बना राम चौधरी, कमलकांत डोडवाडिया, मुन्ना राम महला, पंच परसाराम बुगालिया सहित बड़ी तादाद में कांग्रेस कार्यकर्ता और पार्षद मौजूद रहे. सभी ने एक आवाज में जनविरोधी नीतियों को वापस लेने की मांग की.
राजस्थान में कानून व्यवस्था, लोकतांत्रिक प्रक्रिया और बिजली व्यवस्था पर उठते सवालों ने कांग्रेस को सड़कों पर उतरने पर मजबूर कर दिया है. अब देखना ये होगा कि सरकार इस जनदबाव के सामने क्या रुख अपनाती है.