शिवपुरी में सिंध नदी उफान पर, 30 बच्चे गांव में फंसे… बाढ़ से घिरे युवक की हार्ट अटैक से मौत, नहीं हो पाया अंतिम संस्कार

शिवपुरी में जल तांडव देखने को मिल रहा है। बारिश भले ही थम गई है, लेकिन नदियों का जलस्तर कम नहीं हुआ है। कोलारस क्षेत्र के करीब 15 गांव डेंजर जोन में हैं, जिसमें 9 गांव अतिसंवेदनशील हैं। पचावली गांव में 30 स्कूली बच्चे पचावली गांव में फंसे हुए हैं। संगेश्वर, लीलवारा गांव टापू बन चुके हैं।

लालपुर में बाढ़ में फंसे एक युवक की हार्ट अटैक से मौत हो गई। पानी इतना भरा है कि शव का अब तक अंतिम संस्कार भी नहीं हो पाया है। जिला प्रशासन ने एनडीईआरएफ की टीम बुलाने के साथ ही झांसी से सेना को भी बुलाया है। साथ ही हेलीकाप्टर भी बुलाया गया है।

समय पर उपचार नहीं मिलने से मौत

दरअसल जिले के कोलारस के संगेश्वर, पिपरौदा, लगदा, लालपुर, भड़ौातता, सांगनौर और हरीपुर सहित करीब 15 गांव सिंध नदी के समीप बसे हैं। इसमें लालपुर और संगेश्वर तो टापू बन चुके हैं। लालपुर में बाढ़ के हालात होने पर दुर्गेश सोनी परिवार सहित छत पर चढ़ गए थे, जहां उनको हार्ट अटैक आया। समय पर उपचार नहीं मिलने से मौत हो गई। अब हर तरफ पानी होने से शव का अंतिम संस्कार भी नहीं हो पाया है।

उधर राइजिंग सोल स्कूल की बस 30 बच्चों के साथ पचावली गांव में बच्चे लेने गई थी। इसी बीच नाले का जलस्तर बढ़ गया। जिसके बाद बच्चों को पचावली गांव में सरपंच के घर पर रखा गया। बच्चे अभी इसी गांव में फंसे हुए हैं।

इसके अलावा अन्य गांवों में भी करीब 100 से अधिक लोगों के फंसे होने की खबर है। जिला प्रशासन ने झांसी से सेना को बुलाया है। सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने क्षेत्र में लोगों को निकालने के लिए जल्द ही हेलीकॉप्टर के पहुंचने का आश्वासन भी दिया है।

 

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