‘हम हाथ-पैर जोड़ते रहे, पांच मिनट मांगा लेकिन…’ बुलडोजर एक्शन पर भाई की मौत के बाद भाजपा नेता ने सुनाया दर्द

‘दुकान तोड़ दी इन्होंने हमारी, हम लोग हाथ-पैर जोड़ते रहे, पांच मिनट मांगा, कहां बस थोड़ा सा समय दे दो सामान हटा लेते हैं, इन लोगों ने लाखों रुपए बर्बाद कर दिया हमारा. मंडी से लौटे तो भाई बहुत परेशान थे. हमने बहुत समझाया बहुत समझाया बहुत समझाया…’ यह बातें रोते-रोते भाजपा मंडल मंत्री बृजेंद्र सैनी ने डिप्टी सीएम बृजेश पाठक के सामने कहीं.

यह वही भाजपा नेता है जिनके भाई ने छत से कूदकर जान दे दी क्योंकि प्रशासन ने मुरादाबाद मंडी में बनी इन लोगों की दुकान पर बुलडोजर चला कर तहस नहस कर दिया था. इनका कहना है कि बुलडोजर चलाने से पहले नोटिस तो देना चाहिए था. मुरादाबाद आए डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा मामला भाजपा के स्थानीय नेताओं ने मेरे संज्ञान में लाया है. पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी. इस दु:खद एवं दुर्भाग्यपूर्ण घटना के किसी भी दोषी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा. उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. दुःख की इस घड़ी में सरकार पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है.

परिवार की तो उजड़ गई जिंदगी

मुरादाबाद शहर की मंडी समिति में चल रही अतिक्रमण हटाओ मुहिम ने भाजपा नेता के परिवार की जिंदगी उजाड़ दी. मामला भाजपा के ही मंडल मंत्री बृजेंद्र सैनी के भाई चेतन सैनी की आत्महत्या का है, जो मंडी में अपने पापा की आढ़त पर बैठते थे. आरोप है कि प्रशासन ने मंगलवार को बिना पूर्व सूचना के मंडी में बुलडोजर चला दिया, जिसमें उनकी भी दुकान अतिक्रमण की जद में आ गई. दुकान से सामान हटाने का निवेदन भी किसी ने नहीं सुना. जिससे वे मानसिक रूप से टूट गए और देर रात उन्होंने छत से कूदकर जान दे दी.

कार्रवाई पर खड़े हुए सवाल

परिवार में मातम पसरा है, तो वहीं प्रशासन की कार्रवाई को लेकर कई सवाल खड़े हो गए हैं. पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है. परिवार का दावा है कि न कोई नोटिस दिया गया, न ही चेतावनी. सीधे दुकान पर बुलडोजर चला दिया गया. भाजपा मंडल मंत्री ब्रिजेंद्र सैनी ने खुद इस पूरे घटनाक्रम को मीडिया के सामने रोते हुए साझा किया. उन्होने कहा कि बस पांच मिनट मांगा था कि सामान हटा लें. लेकिन किसी ने नहीं सुनी. लाखों रुपये का नुकसान हो गया. मंडी से लौटे तो भाई बहुत परेशान थे. हमने बहुत समझाया लेकिन रात में वह छत से कूद गए.

मामला कैसे शुरू हुआ

घटना के पीछे की कहानी सोमवार से शुरू होती है. मंडी समिति में एक आढ़ती द्वारा कथित अतिक्रमण को हटाया गया था. इसी दौरान कुछ लोगों ने मंडी समिति के सचिव संजीव कुमार के कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ और मारपीट की. सीसीटीवी कैमरे भी क्षतिग्रस्त कर दिए गए. सचिव ने उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत की. इसके बाद अगले ही दिन, प्रशासन ने सख्ती बरतते हुए मंडी क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की मुहिम चला दी. इसी कार्रवाई के दौरान चेतन सैनी की दुकान भी तोड़ दी गई. परिजनों का आरोप है कि उन्होंने समय मांगा था, लेकिन प्रशासन ने एक न सुनी.

सोशल मीडिया पर आखिरी पोस्ट

अपनी मौत से कुछ देर पहले चेतन सैनी ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट डाली. उन्होंने लिखा मुरादाबाद मंडी के अंदर प्रशासन का आक्रमण. सब बर्बाद कर दिया. आढ़ती सब बर्बाद हो गए. भगवान की दुआ से माल पर बारिश भी हो गई. प्रशासन मजे ले रहा था. अब बताइए क्या करा जाए. इस बर्बादी का जिम्मेदार कौन होगा.

रात में हुआ हादसा

परिवार ने बताया कि मंगलवार देर रात चेतन थके हुए घर लौटे. उन्होंने घरवालों से बातचीत में दुकान तोड़े जाने की बात बताई. फिर ऊपरी मंजिल पर चले गए. पत्नी पास ही थी जैसे ही वह कूदने लगे उन्होंने रोकने की कोशिश की लेकिन वो तब तक नीचे कूद गए थे. देखा कि चेतन सड़क पर खून से लथपथ पड़े थे. तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. चेतन की मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. स्थानीय भाजपा विधायक रितेश गुप्ता तुरंत मौके पर पहुंचे और परिजनों से मिले. वहीं बुधवार को प्रदेश के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक मुरादाबाद पहुंचे और शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया.

डिप्टी सीएम ने कहा कि यह बेहद दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. सरकार इस पीड़ित परिवार के साथ खड़ी है. पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी. किसी भी अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा, जिसने इस कार्रवाई को बिना प्रक्रिया के अंजाम दिया.

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