दौसा में नवनिर्मित न्यायलय का हुआ लोकार्पण: मुख्य न्यायाधीश ने स्कूल भवन हादसे पर भवनों की गुणवत्ता पर जताई चिंता, बोले- कम से कम 50 साल तक चले भवन

दौसा: राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश राम कल्पाति राजेंद्रन ने दौसा कोर्ट परिसर में नवनिर्मित भवन का लोकार्पण करने दौसा पहुंचे. पहली बार दौसा पहुंचने पर पुलिस जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर कोर्ट परिसर में दिया. इसके बाद उन्होंने नव निर्मित भवन का अनावरण पट्टिका हटाकर व फीता काटकर विस्तार भवन का लोकार्पण किया. भवन निर्माण में 834 लाख की लागत आई है.

इस अवसर पर मुख्य प्रशासनिक न्यायाधीपति संजीव प्रकाश शर्मा, न्यायाधिपति समीर जैन, जिलासत्र एवं जिला न्यायाधीश हुकुम सिंह राजपुरोहित, जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार एसपी सागर राणा सहित न्यायिक अधिकारी की मौजूद थे. भवन लोकार्पण करने के बाद राम कल्पाति राजेंद्रन ने कोर्ट परिसर में पौधारोपण कर, समारोह में आए अतिथियों का साफ़ा और पौधा देकर सम्मान किया.

राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश राम कलपाति राजेंद्रन ने दौसा में बड़ा बयान दिया है जिसमे उन्होंने स्कूल भवन हादसे के मामले में भवनों की गुणवत्ता पर गहरी चिंता जताई है और कहा कि मै आशा करता हूँ. कि दौसा में बना न्यायालय का यह भवन कम से कम पचास साल तक चले. मुझे अत्यंत दुख होता है अखबारों में पढ़कर व टीवी में देखकर की स्कूलों की बिल्डिंग गिर जाती है और बच्चों की मौत हो जाती है.  इस बात का ख्याल रखना चाहिए कोई भी काम हो, कैसा भी काम हो हम पूरी शिद्दत के साथ करें.

जिला एवं सत्र न्यायाधीश हुकम सिंह राजपुरोहित ने जानकारी देते हुए बताया है कि दौसा जिले की न्यायिक अधोसंरचना को मजबूती प्रदान करने वाले इस नवीन भवन में पूर्ण सुविधाओं युक्त न्यायालय कक्ष बनाए गए हैं. इसके अतिरिक्त दिव्यांगजन एवं वृद्धो की सुविधा के लिए रैंप, लिफ्ट एवं स्वच्छ शीतल जल की व्यवस्था की गई है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए सुसज्जित कक्ष अलग से बनाए गए हैं. इस विस्तार से न केवल न्यायालय का संचालन अधिक व्यवस्थित होगा, बल्कि वादियों को शीघ्र एवं सुलभ न्याय प्राप्त हो सकेगा. इस पहल से न्याय सबके के लिए, समय पर न्याय की संकल्पना को साकार करने में सहायता मिलेगी.

आगे उन्होंने बताया कि राज्य के पूर्वी भाग में स्थित दौसा नगरअपनी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक पहचान के साथ-साथ अब न्यायिक विकास के प्रतीक के रूप में उभर रहा है. यह नगर अब एक आधुनिक न्यायिक केन्द्र के रूप में पहचाना जाने लगेगा. यह भवन विस्तार दौसा को राजस्थान के प्रमुख न्यायिक जिलों की श्रेणी में स्थान दिलाने वाला कदम सिद्ध होगा.

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