कांग्रेस और राहुल गांधी कई मौकों पर चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगा चुके हैं. इसी कड़ी में एक बार फिर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आयोग पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, वोट चोरी करने वाले याद रखें- बख्शा नहीं जाएगा. इतना ही नहीं उन्होंने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए वोट चोरी की पूरी टाइलाइन बताई है. इसके बाद अब चुनाव आयोग का बयान आया है, जिसमें राहुल गांधी को जवाब दिया है.
चुनाव आयोग ने कहा, ‘हमने उन्हें (राहुल गांधी) 12 जून 2025 को एक मेल भेजा, मगर वो नहीं आए. इसके बाद 12 जून को फिर एक पत्र भेजा लेकिन उन्होंने इसका कोई जवाब नहीं दिया. राहुल गांधी ने कभी भी किसी भी मुद्दे पर चुनाव आयोग को कोई पत्र नहीं भेजा. यह बहुत अजीब है कि वो बेतुके आरोप लगा रहे हैं और अब चुनाव आयोग और उसके कर्मचारियों को धमकाना भी शुरू कर दिया है. ये निंदनीय है. चुनाव आयोग ऐसे गैर-ज़िम्मेदाराना बयानों को नजरअंदाज करता है और अपने सभी कर्मचारियों से निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से काम करते रहने का अनुरोध करता है’.
राहुल गांधी के आरोप वाली टाइमलाइन
चुनाव आयोग के इस जवाब के बाद फिर से लौटते हैं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के आरोप वाली टाइमलाइन पर. राहुल गांधी का आरोप है, इलेक्शन कमीशन वोट चोरी में शामिल है. मैं 100% प्रूफ के साथ बोल रहा हूं. हमें मध्य प्रदेश से संदेह था. लोकसभा चुनाव में संदेह था, जो कि महाराष्ट्र में और बढ़ा. हमें स्टेट लेवल पर लगा यहां वोट चोरी हुई है. एक करोड़ वोटर जुड़े थे.
जो हमें मिला है वो एटम बम है:राहुल गांधी
इसके आगे वो कहते हैं, फिर हम डिटेल में गए कि कहीं चुनाव आयोग तो मदद नहीं कर रहा है तो गहराई में जाना है. इस पर हमने अपना ही इन्वेस्टिगेशन करवाया उसमें 6 महीने लगे. जो हमें मिला है वो एटम बम है. जो भी ये काम कर रहे हैं, चुनाव आयोग में जो भी ये काम कर रहे हैं, ऊपर से लेकर नीचे तक आप एक बात याद रखिए हम आपको छोड़ेंगे नहीं.
आप कुछ भी हों, हम ढूंढकर निकालेंगे
राहुल गांधी यहीं नहीं रुके. चुनाव आयोग को लेकर उन्होंने कहा कि कुछ भी हो जाए हम आपको छोड़ेंगे नहीं. आप हिंदुस्तान के खिलाफ काम कर रहे हो. आप याद रखिए आप कहीं भी हो, रिटायर्ड हों, कुछ भी हों हम आपको ढूंढकर निकालेंगे.
जनता चुनाव चोरी का ये खेल समझ गई
इतना ही नहीं कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बिहार का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा,चुनाव आयोग बिहार में वोट चोरी करने पर तुला है.लोगों का कहना है कि उन्हें एसआईआर के नाम पर की गई जांच में रिसीविंग ही नहीं दी गई. ऐसे में उन्हें डर है कि वोटर लिस्ट से उनका नाम न काट दिया जाए. जनता चुनाव चोरी का ये खेल समझ गई है, जिसमें चुनाव आयोग बीजेपी-जेडीयू का पूरा साथ दे रहा है.