दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्र संघ बहाली की मांग तेज होती जा रही है. तरफ जहां छात्र विश्वविद्यालय में प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं छात्र संघ बहाली के आंदोलन को तेज करने के लिए अलग-अलग पैतरें भी अपना रहे हैं. गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं ने छात्र संघ बहाली को लेकर अनोखा आंदोलन किया है. उन्होंने जल सत्याग्रह करते हुए राप्ती नदी के बीचो-बीच सांकेतिक रूप से अर्ध जल समाधि लेकर छात्र संघ बहाली की मांग की है.
गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र नेता और एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश सचिव मनीष ओझा के नेतृत्व में छात्रों ने अनोखा आंदोलन किया है. शुक्रवार 1 अगस्त को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में छात्र संघ बहाली की मांग को लेकर एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश सचिव मनीष ओझा के नेतृत्व में छात्रों का एक दल राप्ती नदी के बीचों-बीच उतर गया. इन लोगों ने अनोखा जल सत्याग्रह करते हुए छात्र संघ बहाली की मांग की.
हमारी मांगों को किया जा रहा अनसुना- छात्र नेता
छात्र नेता और एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश सचिव मनीष ओझा ने कहा कि लगातार छात्र संघ बहाली की मांग को लेकर वे लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से उनकी मांग को अनसुना किया जा रहा है. कहीं छात्र संघ चुनाव होते हैं और विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव नहीं कराकर दोहरा चरित्र अपनाया जा रहा है.
विश्वविद्यालय राष्ट्रीय राजनीति की नर्सरी होती है- छात्र नेता
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय राष्ट्रीय राजनीति की नर्सरी होता है. छात्र राजनीति से निकलकर नेता देश की राजनीति में बड़ा योगदान देते हैं. गोरखपुर विश्वविद्यालय की छात्र संघ की नर्सरी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला जैसे कई दिग्गज राजनेताओं को राष्ट्रीय फलक तक पहुंचाया है. ऐसे में छात्र संघ चुनाव न कराकर छात्र संघ की नर्सरी को हुई बंद कर दिया गया है. छात्र संघ बहाल नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी.
एसडीएम ने छात्रों को दिया आश्वासन
इस अवसर पर छात्र नेताओं ने मौके पर पहुंचे एसडीम सुदीप तिवारी को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा और छात्रसंघ बहाली की मांग की. इस अवसर पर एसडीएम सुदीप तिवारी ने छात्र नेताओं को आश्वासन दिया कि उनका ज्ञापन सही जगह पर पहुंचा दिया जाएगा.
दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में साल 2006 में छात्र संघ चुनाव में श्रीकांत मिश्रा की अध्यक्षता में छात्र संघ बहाल हुआ था. इसके बाद एक दशक तक चुनाव नहीं हुए. साल 2016 में छात्रसंघ चुनाव में अमन यादव ने अध्यक्ष पद पर जीत हासिल की.
छात्र संघ चुनाव की मांग को किया जा रहा नजरअंदाज
छात्र नेताओं का आरोप है कि साल 2016 के बाद से लगातार छात्रसंघ चुनाव की उठाई जा रही मांग को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है. ऐसे में वे लोग बड़े आंदोलन को बाध्य होने को भी मजबूर होंगे. छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर कुछ दिन पहले ही छात्र नेता दिव्यांशु पांडे ने सांकेतिक अर्ध भूमि समाधि लेकर अनोखा सत्याग्रह किया था. हालांकि तबीयत खराब होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती करना पड़ा था.