Bihar: जर्जर स्कूल की छत से टपकता पानी, छाता लगाकर पढ़ा रहे शिक्षक, बच्चों की पढ़ाई पर संकट

जमुई :जमुई जिले के नारगंजो गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय की हालत बेहद दयनीय है. यह विद्यालय दो कमरों में संचालित होता है, जिनकी छतें और दीवारें जर्जर हो चुकी हैं. बारिश के मौसम में हालात और खराब हो जाते हैं, जब छत से लगातार पानी टपकने लगता है और शिक्षकों को छाता लेकर या बरसाती पहनकर बच्चों को पढ़ाना पड़ता है.

प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रयाग प्रसाद यादव ने बताया कि स्कूल में पहली से आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई होती है. कुल 142 छात्र नामांकित हैं और पांच शिक्षक कार्यरत हैं. बारिश के समय बच्चों की किताबें और कॉपियां गीली होकर खराब हो जाती हैं. लगातार शिकायतों के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने विभाग को कई बार विद्यालय की स्थिति से अवगत कराया और ई-शिक्षा कोष पर भी शिकायत दर्ज कराई है. विभाग की ओर से केवल आश्वासन मिला है कि बजट मिलते ही मरम्मत कराई जाएगी.

शिक्षक रंजीत कुमार ने बताया कि वे अक्सर बरसाती पहनकर पढ़ाते हैं क्योंकि छत से टपकता पानी उन्हें भिगो देता है, जिससे वे बीमार हो जाते हैं. उन्हें हमेशा डर लगा रहता है कि कहीं छत गिर न जाए.विद्यालय की जर्जर हालत का असर बच्चों की उपस्थिति पर भी दिखता है. पांचवीं की छात्रा किरण कुमारी बताती है कि बारिश के समय उन्हें डर लगता है और उनके माता-पिता उन्हें स्कूल भेजने में हिचकते हैं.विद्यालय में बहुवर्गीय पद्धति से पढ़ाई होती है, लेकिन ऐसे माहौल में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना बेहद चुनौतीपूर्ण हो गया है. स्कूल की मरम्मत और पुनर्निर्माण अब प्राथमिक आवश्यकता बन गई है.

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