पूर्व विधायक संयम लोढ़ा का भाजपा पर हमला, कहा – मंत्री अपनी ही सरकार के खिलाफ करा रहे आंदोलन

सिरोही: जिला मुख्यालय पर वाडा खेड़ा जोड़ को कंजर्वेशन जोन से हटाकर पशु चराई की अनुमति देने की मांग को लेकर हुए धरना-प्रदर्शन पर पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे भाजपा की अंदरूनी राजनीति का परिणाम बताते हुए राज्य सरकार के मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

पूर्व विधायक लोढ़ा ने इस मामले में अपनी एक्स पोस्ट के माध्यम से भाजपा पर हमला बोलते हुए लिखा कि राजस्थान के इतिहास में शायद ही कभी ऐसा हुआ होगा जब सरकार का ही कोई मंत्री, अपने ही पार्टी कार्यकर्ताओं को आगे करके, अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन करवा रहा हो.

उन्होंने स्पष्ट किया कि वाडा खेड़ा कंजर्वेशन रिजर्व क्षेत्र में पशु चराई को लेकर कोई प्रतिबंध न पहले था और न ही वर्तमान में है. उन्होंने कहा कि वन विभाग अगले दस वर्षों में इस क्षेत्र को घास के मैदान के रूप में पुनः विकसित करेगा, जिसमें स्थानीय पशुपालकों के लिए निःशुल्क चराई का अधिकार भी सुनिश्चित रहेगा.

लोढ़ा ने भाजपा पर भ्रष्टाचार को लेकर भी सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा कि सुमेरपुर में भाजपा जिला उपाध्यक्ष की ओर से थानों की नीलामी की बात, सिरोही आरटीओ निरीक्षक के खिलाफ एसीबी की कार्रवाई, और शिवगंज नगरपालिका में भाजपा मंडल महामंत्री से रिश्वत मांगने के मामले में एक कार्मिक की ट्रेप कार्रवाई जैसे मामलों पर भाजपा और आरएसएस को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए.

पूर्व विधायक ने सवाल उठाया कि सिरोही जिले में भ्रष्टाचार किसके संरक्षण में फल-फूल रहा है? मंत्री देवासी को जनता को इसका जवाब देना चाहिए. लोढ़ा के इस बयान ने जिले की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट ला दी है और भाजपा को कटघरे में खड़ा कर दिया है.

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