बलौदाबाजार जिले में सरकारी स्कूल के 84 बच्चों को कुत्ते का जूठा खाना खिलाए जाने का मामला सामने आया है। पलारी ब्लॉक के ग्राम लछनपुर मिडिल स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने बताया कि मध्यान्ह भोजन का खाना खुला रखा था। तभी एक आवारा कुत्ता सब्जी को जूठा कर दिया।
बच्चों की शिकायत के बाद टीचर्स ने महिला समूह को खाना परोसने से मना किया था। बावजूद इसके खाना परोस दिया गया। परिजनों को यह बात पता चलने पर वे स्कूल पहुंच गए।
सभी से पूछताछ के बाद स्कूल के 78 बच्चों को एंटी-रेबीज का एक-एक डोज लगाया गया। वहीं विधायक संदीप साहू ने इस मामले में मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर जांच की मांग की है।
मना करने के बावजूद परोसा खाना
घटना 29 जुलाई मंगलवार की है। दोपहर में जब स्कूल के बच्चों को जय लक्ष्मी स्व. सहायता समूह की महिलाएं खाना खिला रही थीं, तभी एक आवारा कुत्ता किचन के पास रखी सब्जी को जूठा कर गया। कुछ बच्चों ने यह देखा और शिक्षकों को बताया।
शिक्षकों ने समूह की महिलाओं को जूठी सब्जी बच्चों को परोसने से मना किया। लेकिन महिलाओं ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि कुत्ते ने सब्जी को जूठा नहीं किया है। उन्होंने 84 बच्चों को वही सब्जी परोस दी।
घटना की जानकारी लेने परिजन पहुंचे स्कूल
स्कूल में कुल 250 बच्चे हैं, जिनमें से 84 बच्चों को यह जूठा भोजन खिलाया गया। बच्चों ने इसकी जानकारी अपने पालकों को दी। इसके बाद पालक और ग्रामीण शाला समिति के अध्यक्ष झालेंद्र साहू के साथ स्कूल पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
बच्चों और शिक्षकों से पूछताछ के बाद पालक और ग्रामीण पास के अस्पताल पहुंचे। वहां प्रभारी डॉ. वीणा वर्मा ने 78 बच्चों को एंटी-रेबीज का एक-एक डोज लगाया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए आज (2 अगस्त) को एसडीएम दीपक निकुंज, बीईओ नरेश वर्मा सहित अधिकारी स्कूल पहुंचे। जहां उन्होंने बच्चों, पालकों, शिक्षकों और समिति के लोगों के बयान दर्ज किए और स्कूल में बना खाना भी खाया।
दोषियों को हटाने की मांग
दोषी समूह की महिलाओं को हटाने ग्रामीणों ने कार्रवाई की मांग की है। इस पूरे मामले की जानकारी होते ही स्थानीय विधायक संदीप साहू ने कहा कि बच्चों को एंटी रेबीज का इंजेक्शन कैसे और किनके आदेश पर लगाया गया है।
वही पलारी के एसडीएम दीपक निकुंज घटना स्थल पहुंचकर मामले की जांच की। उन्होंने कहा कि बच्चे, पालकों, शिक्षकों और समिति के सदस्यों और स्वास्थ विभाग का बयान लिया जा रहा है। जांच में अभी समूह के सदस्य शामिल नहीं हुए है। जो आरोप है उसकी जांच की जा रही है।
डॉक्टर पर दबाव बनाने के बाद लगाया डोज
इस मामले में लछनपुर अस्पताल की प्रभारी वीना वर्मा ने बताया कि गांव के जनप्रतिनिधि पालक स्कूल समिति के सदस्यों ने बच्चों को कुत्ते का जूठा भोजन कराने की बात कहते हुए बच्चों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एंटी रेबीज लगाने के लिए दबाव बनाया। जिसके बाद बीएमओ के निर्देश पर ऐहतियात 78 बच्चों को एंटी रेबीज का एक-एक डोज लगाया गया है।
जानकारी के मुताबिक, जय लक्ष्मी स्व. सहायता समूह पिछले 15 साल से स्कूल के बच्चों के लिए मध्यान्ह भोजन बना रहा है। इनमें समूह की अध्यक्ष गंगा बाई साहू, दौना बाई साहू, सोनीया साहू, खिलेश्वरी साहू, मीणा साहू शामिल है। जो घटना के वक्त मौजूद थी।