छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में 2 युवकों ने 2 दोस्तों पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया, जिससे एक की मौत हो गई। वहीं दूसरा गंभीर रूप से घायल है। आरोपियों को पकड़ने गई पुलिस पर गांववालों ने पथराव कर दिया, जिससे गाड़ियों के शीशे टूट गए हैं। मामला कसडोल थाना क्षेत्र का है।
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक का नाम नानू उर्फ त्रिलोक चंद कौशिक (24) है, जो झबड़ी गांव का रहने वाला था। नानू का दोस्त मेमचंद कौशिक (27) गंभीर रूप से घायल हो गया है। वहीं कुल्हाड़ी से मारने वालों का नाम लकी केवट और अजय केवट है, जो मड़कड़ा गांव के रहने वाले हैं।
दरअसल, 1 अगस्त 2015 की शाम करीब 5 बजे नानू उर्फ त्रिलोक चंद कौशिक और मेमचंद कौशिक मड़कड़ा गांव से गुजर रहे थे, तभी आरोपी लकी और अजय ने दोनों दोस्त को देख लिया। इस दौरान दोनों आरोपियों ने नानू और मेमचंद को मारने की साजिश रची।
शाम को लकी और अजय ने नानू और मेमचंद को घेर लिया। इस दौरान लकी और अजय ने कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ हमला कर दिया, जिससे दोनों दोस्तों के सिर पर गंभीर चोटें आई। युवक खून से लहूलुहान होकर सड़क पर ही गिर गए। नानू के सिर पर ज्यादा चोट थी।
इस दौरान राहगीरों और आसपास के लोगों की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। अस्पताल में इलाज के दौरान नानू ने दम तोड़ दिया, जबकि मेमचंद को प्राथमिक इलाज के बाद गंभीर हालत में रायपुर रेफर कर दिया गया। जहां उसका इलाज जारी है।
वारदात वाली जगह पर पुलिस की टीम पहुंची। यहां से सबूत जुटाए गए।
मौत के बाद पुलिस को मिली सूचना
पुलिस के मुताबिक नानू की मौत के बाद रात में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए मड़कड़ा गांव पहुंचे। इस दौरान आरोपी के गांव के लोगों ने पुलिस पर पथराव कर दिया, जिससे 2 गाड़ियों के शीशे टूट गए। भड़के ग्रामीणों ने पुलिस को 3-4 घंटे तक गांव में घेरकर रखा। साथ ही जमकर बवाल किया।
इस दौरान गांव में तनाव की स्थिति को देखकर एएसपी अभिषेक सिंह बल के साथ मौके पर पहुंचे। करीब 40-50 पुलिसकर्मियों की सुरक्षा घेरे के बीच दोनों आरोपियों को घंटों मशक्कत के बाद हिरासत में लिया गया, लेकिन आरोपियों को ले जाते वक्त पुलिस की गाड़ी को भी ग्रामीणों ने रोकने कीकोशिश की।