‘मीरा सम्मान’ बना महिला सशक्तिकरण का प्रतीक, मेवाड़ क्षत्रिय महासभा ने की सराहनीय पहल

उदयपुर : अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा – मेवाड़ द्वारा आयोजित “क्षत्रिय प्रतिभा सम्मान 2025” समारोह ने इस वर्ष एक नई मिसाल कायम की है.समाज और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को विशेष रूप से “मीरा सम्मान” से सम्मानित कर महासभा ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है.

 

यह सम्मान उन महिलाओं के प्रति महासभा का आभार व्यक्त करता है, जिन्होंने अपनी प्रतिभा और लगन से समाज को गौरवान्वित किया है.समारोह में कुल 21 श्रेणियों में मेवाड़ के महान विभूतियों के नाम पर सम्मान दिए गए, लेकिन “मीरा सम्मान” इस बार का सबसे खास आकर्षण रहा.

 

समारोह में सम्मानित होने वाली रौनक चुण्डावत ने “मीरा सम्मान” को नारी शक्ति का प्रतीक बताया.उन्होंने कहा, “मीरा बाई की भक्ति और उनके प्रेरक जीवन को हर महिला को अपनाना चाहिए.यह हमें समाज में अपनी पहचान बनाने और जीवन को सफल बनाने के लिए प्रेरित करता है.”

 

अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा – मेवाड़ के पदाधिकारियों ने बताया कि “क्षत्रिय प्रतिभा सम्मान” का मुख्य उद्देश्य युवाओं और प्रतिभावान लोगों को प्रोत्साहित करना है.इस वर्ष “मीरा सम्मान” को शामिल करने का निर्णय महिलाओं के योगदान को पहचानने और उन्हें एक मंच प्रदान करने के लिए लिया गया.

 

समारोह में समाज के गणमान्य व्यक्तियों, जनप्रतिनिधियों और बड़ी संख्या में युवा प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया.सभी ने इस पहल की सराहना करते हुए इसे समाज के लिए एक सकारात्मक कदम बताया.आयोजकों ने भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को जारी रखने का संकल्प लिया है, ताकि प्रतिभाओं को एक मंच मिल सके और वे राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सकें। यह पहल न केवल महिलाओं का सम्मान करती है, बल्कि समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को भी रेखांकित करती है.

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