अरबाज बना शिवम, रेप कर बनाया वीडियो… जानिए हुक्का बार में हिंदू लड़कियों के शोषण की कहानी 

उत्तर प्रदेश के बदायूं में एक युवक पर एक नाबालिग लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने और उसे धर्म परिवर्तन के लिए दबाव डालने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. पुलिस ने रविवार को बताया कि आरोपी ने खुद को हिंदू बताकर लड़की से दोस्ती की थी.

पुलिस के मुताबिक, आरोपी की पहचान अरबाज़ के रूप में हुई है, जो पहले एक हुक्का बार चलाता था. उसका हुक्का बार 2022 में बंद हो गया था. अरबाज़ फिलहाल फरार है. उसके खिलाफ शनिवार को सदर कोतवाली पुलिस स्टेशन में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) बृजेश सिंह के निर्देश पर मामला दर्ज किया गया.

शिवम उर्फ बॉबी बताया था नाम

लगभग 17 वर्षीय पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया कि जब वह पहली बार जुलाई 2022 में अरबाज़ से मिली थी, तो उसने खुद को ‘शिवम उर्फ बॉबी’ के रूप में परिचित कराया था और अपनी कलाई पर लाल धागा बांधा हुआ था.

दिल्ली लाकर किया रेप

शिकायत के अनुसार, समय के साथ उसने लड़की से दोस्ती कर ली और सितंबर 2022 में उसे दिल्ली ले गया, जहां कथित तौर पर उसने उसे नशीला पदार्थ खिलाकर कई बार बलात्कार किया. एफआईआर में यह भी कहा गया है कि अरबाज़ ने इन हमलों की वीडियो बनाई और धमकी दी कि अगर लड़की इस्लाम कबूल नहीं करती तो वह वीडियो सार्वजनिक कर देगा.

हुक्का बार था हिंदू लड़कियों को निशाना बनाने का अड्डा

एफआईआर में यह भी खुलासा हुआ है कि बंद हो चुके हुक्का बार से कई लोग कथित तौर पर हिंदू लड़कियों को निशाना बनाते थे, उन्हें नशीला पदार्थ खिलाते थे, उनकी वीडियो बनाते थे और यौन तथा मनोवैज्ञानिक शोषण के लिए उन्हें ब्लैकमेल करते थे.

अरबाज ने लड़की के साथ मारपीट की

इस साल 16 जुलाई को, अरबाज़ ने कथित तौर पर लड़की को रोका, उसके साथ मारपीट की, और उसे कानूनी कार्रवाई करने के खिलाफ धमकी दी. लड़की ने सदर कोतवाली पुलिस से संपर्क किया, जिसने आरोपी को थोड़ी देर के लिए हिरासत में लिया लेकिन आधे घंटे के भीतर उसे छोड़ दिया.

इससे असंतुष्ट होकर, लड़की ने एसएसपी को लिखित शिकायत दी, जिसके बाद उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत औपचारिक मामला दर्ज किया गया.

पहले भी जेल जा चुका है अरबाज़

सर्किल अधिकारी रजनीश उपाध्याय ने बताया कि अरबाज़ पर पहले भी गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था और वह जेल भी जा चुका है. इस घटना ने एक बार फिर ऐसे मामलों को उजागर किया है जहां पहचान छुपाकर भोले-भाले लोगों को निशाना बनाया जाता है. पुलिस अरबाज़ को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है और मामले की गहनता से जांच की जा रही है. इस घटना ने समाज में सुरक्षा और विश्वास के मुद्दों पर फिर से बहस छेड़ दी है.

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