Trump On Tariff: ‘हमारे पास बहुत पैसा आ रहा…’, टैरिफ के बचाव में ट्रंप बोले- सालों पहले कर लेना था ये काम

भारत से लेकर ब्राजील, जापान, कोरिया समेत दुनिया के तमाम देशों पर अमेरिका ने नए सिरे से टैरिफ (US Tariff) का ऐलान कर दिया है. कुछ देशों ने US के साथ समझौता कर थोड़ी राहत पाई है, तो कुछ पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने तगड़ा टैरिफ बम फोड़ा है. इसे लेकर उन्हें आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ रहा है. लेकिन Donald Trump ने अपनी टैरिफ नीति का बचाव करते हुए बड़ी बात कही है. उन्होंने कहा कि Tariff के जरिए हमारे पास बहुत पैसा आ रहा है और हमें पहले ही ये कर लेना चाहिए था.

‘बहुत पैसा आ रहा, अब कर्ज चुकाएंगे’
अमेरिकी राष्ट्रपति  डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोमवार को अपनी टैरिफ रणनीति और तमाम देशों पर विभिन्न मुद्दों को लेकर पेनाल्टी लगाने के अपने फैसलों का बचाव किया. इसके साथ ही उन्होंने अमेरिका पर मौजूद भारी-भरकम कर्ज के भुगतान के लिए रेवेन्यू में होने वाले इजाफे का इस्तेमाल करने का संकल्प लिया. इस बीच US Tariff का बचाव करते हुए ट्रंप ने कहा कि, ‘हमारे पास बहुत सारा पैसा आ रहा है, देश ने अब तक जितना पैसा देखा है, उससे भी कहीं ज्यादा.’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा कि अब हम जो करने जा रहे हैं, उनमें से एक बड़ा काम है अमेरिका पर जो कर्ज का बोझ है उसे कम करना, हमें तो यह काम कई साल पहले कर लेना चाहिए था.

ट्रंप बोले- ‘हम सैकड़ों अरबों डॉलर कमाएंगे’
राष्ट्रपति ट्रंप ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान जोर देकर कहा कि  रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariff) निष्पक्षता के बारे में है और मैं इसी की तलाश में हूं. उन्होंने कहा कि, ‘हम जहां भी और जितना भी संभव हो, पारस्परिक व्यवहार देखना चाहते हैं. अब हमारा देश सैकड़ों अरब डॉलर कमाएगा.’ US President के मुताबिक, उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल में ही इस टैरिफ स्ट्रेटजी का विस्तार करने की तैयारी कर ली थी, लेकिन कोविड-19 महामारी (Corona Pandemic) की वजह से इसमें रुकावट आ गई थी. उन्होंने कहा, ‘मैंने अपने पहले कार्यकाल में चीन (China) के साथ ऐसा किया था. कोरोना के कारण हम बाकी काम नहीं कर पाए थे.’

69 देशों पर बढ़ाया है ट्रंप ने टैरिफ
गौरतलब है कि Trump ने उन देशों से आयात पर 50% तक का हाई टैरिफ लगाया है, जिनके साथ अमेरिका का व्यापार घाटा है, जबकि लगभग सभी अन्य देशों पर 10% का बेसलाइन टैरिफ लगाया है. उन्होंने 1977 के एक कानून का हवाला देते हुए व्यापार असंतुलन को राष्ट्रीय आपातकाल (National Emergency) घोषित किया है. 1 अगस्त की डेडलाइन से पहले ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने नए लेटर जारी करते हुए करीब 69 देशों के लिए अपने पहले से तय टैरिफ को बढ़ाया है, जबकि कुछ देशों पर इसके अतिरिक्त जुर्माने का प्रावधान भी किया है.

सबसे ज्यादा बड़ा ट्रंप टैरिफ का बम (Trump Tariff Bomb) जिन देशों पर फोड़ा गया है, उनमें पहले नंबर पर  ब्राजील है. US Tariff On Brazil 50% है, तो वहीं सीरिया पर 41%, स्विट्जरलैंड पर 39%, कनाडा पर 35%, भारत पर 25% टैरिफ का ऐलान किया गया है. वहीं ट्रंप पाकिस्तान पर मेहरबान नजर आए हैं और उसे अप्रैल में घोषित 29% टैरिफ (Trump Tariff On Pakistan) को घटाकर 19% कर दिया है.

राष्ट्रपति बनते ही दे दिए थे संकेत
डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर काबिज होते ही अपनी कठोर टैरिफ नीति को लेकर संकेत दे दिए थे और दूसरे कार्यकाल के महज छह महीने में ही उन्होंने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य को एक नया ही रूप दे दिया है. उन्होंने दशकों पुरानी बहुपक्षीय व्यापार नीति के स्थान पर कठोर अमेरिका-प्रथम  पॉलिसी (America First Policy) को अपनाया है, जिसमें एकतरफा रियायतों की मांग तो की गई है, तो साथ ही दंडात्मक परिणाम थोपे गए हैं.

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