भारत में 6 करोड़ लोगों की हड्डियां कमजोर! युवाओं में भी विटामिन डी की कमी, डॉक्टर्स ने बताए मजबूत करने के तरीके

National Bone and Joint Day 2025: नेशनल इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन (IOA) ने 4 अगस्त 2021 को नेशनल बोन एंड जॉइंट डे मनाने की शुरुआत की थी ताकि हर उम्र के लोगों में हड्डियों और जोड़ों की सेहत को लेकर जागरूकता बढ़ाई जा सके. ये बात तो हर कोई जानता है कि अगर हड्डियां कमजोर हो जाएं तो चलना-फिरना, काम करना और रोजमर्रा की जिंदगी जीना भी मुश्किल हो जाता है लेकिन वहीं आज के दौर में खराब खानपान, धूप की कमी और घंटों बैठकर काम करने की वजह से बहुत से लोगों में कैल्शियम और विटामिन D की कमी हो गई है जिसके कारण लोगों की हड्डियां कमजोर होने लगी हैं.

खासतौर पर उम्र बढ़ने के साथ यह समस्या और बढ़ जाती है. एक रिपोर्ट के अनुसार, शहरों में रहने वाले करीब 80% लोगों में विटामिन D की कमी पाई जाती है जो हड्डियां के कमजोर होने की एक बड़ी वजह है. इसके अलावा बढ़ती उम्र के कारण भी हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. ऐसे में आज हम जानेंगे की आखिर हड्डियां और ज्वाइंट की अहमियत क्या है, इनका हमारे शरीर में क्या काम है और  इन्हें हेल्दी बनाए रखने के लिए क्या करना चाहिए.

हड्डियां और ज्वाइंट क्या होते हैं?

हमारे शरीर का पूरा ढांचा हड्डियों से बना होता है. हड्डियां कई चीजों से मिलकर बनी होती हैं. इनमें सबसे जरूरी होते हैं कैल्शियम, फॉस्फोरस और कोलेजन. जहां कैल्शियम, फॉस्फोरस हड्डियों को मजबूत बनाते हैं तो वहीं, कोलेजन हड्डियों को थोड़ा लचीलापन देता है ताकि वे आसानी से टूटें नहीं.

हड्डियों के अंदर एक सॉफ्ट हिस्सा भी होता है, जिसे बोन मैरो कहते हैं. इसमें खून बनाने वाली कोशिकाएं बनती है. इस तरह से हड्डियां मजबूत होती हैं और शरीर को हर काम में सहारा देती हैं, जैसे खड़ा होना, चलना और चीजें उठाना आदि.

वहीं, जब दो हड्डियां एक जगह मिलती हैं तो वहां जोड़ बनता है जिसे आम भाषा में जोड़ या ज्वाइंट कहते हैं. जोड़ों की मदद से हम हाथ-पैर मोड़ सकते हैं, चल सकते हैं और शरीर को आसानी से हिला-डुला सकते हैं. यानी हड्डियां हमारे शरीर का ढांचा बनाती हैं और जोड़ों से उसमें फ्लेग्जिबिलिटी आती है.

भारत में क्या स्थिति है?

भारत में हड्डियों की कमजोरी, खासकर ऑस्टियोपोरोसिस और कैल्शियम की कमी जैसी समस्याएं बहुत आम हैं. 2021 में इंटरनेशनल जर्नल ऑफ रिसर्च इन ऑर्थोपेडिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, ‘भारत में लगभग 6 करोड़ लोग ऑस्टियोपोरोसिस से पीड़ित हैं और इनमें से लगभग 80 प्रतिशत महिलाएं हैं. रिसर्च में 31,238 लोगों की जांच की गई, जिसमें पाया गया कि करीब 50% लोगों को हड्डियों में कमजोरी (ऑस्टियोपेनिया) थी और लगभग 18% लोग हड्डियों की बीमारी (ऑस्टियोपोरोसिस) से पीड़ित थे. ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी बीमारी है जो हड्डियों को कमजोर कर देती है, जिससे वे पतली और कम घनी हो जाती हैं, जिससे फ्रैक्चर हो जाता है. हालंकि लेटेस्ट डेटा इससे भी अधिक आंकड़े दिखा सकता है.

विटामिन D की कमी भी भारत में बहुत आम है, जिसके कारण हड्डियां कमजोर हो जाती हैं. कुछ सर्वे के अनुसार भारत में लगभग 80% लोग विटामिन D की कमी से जूझ रहे हैं जिसका असर हड्डियों पर पड़ता है.

हड्डियां को मजबूत होना क्यों जरूरी है?

हड्डियां हमारे शरीर का आधार होती है. अगर हड्डियां मजबूत होंगी तो हम ठीक से चल-फिर सकते हैं, चीजें उठा सकते हैं और गिरने पर चोट से बच सकते हैं. कमजोर हड्डियों से छोटी उम्र में ही दर्द, फ्रैक्चर और दूसरी कई परेशानियां हो सकती हैं. ऐसे में हेल्दी रहने के लिए हड्डियों का मजबूत होना बहुत जरूरी हो जाता है.

एक वयस्क इंसान के शरीर में लगभग 206 हड्डियां होती हैं, जबकि एक नवजात शिशु में 270 से 300 हड्डियां होती हैं. वहीं, शरीर में लगभग 360 ज्वॉइंट्स होते हैं, जिनकी मदद से हम चल-फिर सकते हैं और शरीर को आसानी से हिला सकते हैं.

हड्डियों की मजबूती के लिए क्या करना चाहिए?

मुंबई के फोर्टिस हॉस्पिटल में ऑर्थोपेडिक्स डायरेक्टर और रोबोटिक जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. प्रमोद भोर ने Aajtak.in को बताया, ‘हड्डियों का स्वास्थ्य आपकी लाइफस्टाइल पर डिपेंड करता है. आज के दौर में जहां घंटों बैठकर लोगों को काम करना पड़ता है ऐसे में फिजिकल एक्टिविटी बेहद जरूरी हो जाती है. इसके लिए रोजाना वॉकिंग और साइकिलिंग करें. इससे हड्डियों और जोड़ों से जुड़ीं समस्याएं नहीं होगी. इसके अलावा प्रॉपर डाइट लें, हाइड्रेशन का ध्यान रखें साथ में विटामिन डी सप्लीमेंट भी लें.’

“हड्डियों और जोड़ों की मजबूती के लिए डाइट का प्रॉपर ध्यान रखें. इसके लिए अपनी डाइट में दूध और दूध से बने प्रोडक्ट, अंडे, गाजर, हरी पत्तेदार सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स, केला और कैल्शियम से भरपूर डाइट लें.”

“उम्र बढ़ने के साथ हड्डियां कमजोर होने लगती हैं, खासकर महिलाओं की. ऐसे में 45 के बाद इससे बचने के लिए लिए प्रॉपर डाइट लें और एक्सरसाइज करें. साथ ही, डॉक्टर की सलाह लेकर कैल्शियम और विटामिन D का सप्लीमेंट लेना भी शुरू कर दें. इसके अलावा रेगुलर चेकअप कराते रहें ताकि हड्डियों से जुड़ी समस्याओं का वक्त रहते इलाज किया जा सके.”

दिल्ली के LBS हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक्ट डॉ. संजीव गंभीर (M.S.) ने Aajtak.in को बताया, ‘हड्डियों और जोड़ों को मजबूत रखने के लिए पौष्टिक आहार और सही रूटीन सबसे ज्यादा जरूरी है. इसके लिए रोज कम से कम 15-20 मिनट धूप में बैठें. खाने में कैल्शियम, प्रोटीन और विटामिन-D से भरपूर डाइट को शामिल करें.’

“वहीं, लंबे समय तक हड्डियों को मजबूत रखने के लिए को अपनी लाइफस्टाइल का ध्यान रखना होगा. लंबे समय तक बैठे रहने के बजाय जितना हो सके उतना चलें , रोज कोई न कोई एक्सरसाइज करें. इससे आपका शरीर तो स्वस्थ रहेगा ही, साथ ही हड्डियां और जोड़ों की सेहत भी अच्छी रहेगी.’

“हड्डियों और जोड़ों की सेहत के लिए जरूरी है कि आप कोई भी दवा बिना डॉक्टर की सलाह के न लें. अगर आपको हड्डियों में दर्द या कमजोरी है तो पहले डॉक्टर को दिखाए फिर उनके सलाह अनुसार दवा लें. इसके साथ ही लंबे समय तक हड्डियों को मजबूत करने के लिए दूध, पनीर, चीज और प्रोटीन को अपनी डाइट में शामिल करें”

अगर आप भी चाहते हैं कि आपकी हड्डियां लंबे समय तक मजबूत और स्वस्थ रहें और बुढ़ापे में लाठी का सहारा न लेना पड़े तो आपको एक्टिव और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनानी होगी. अगर आप लंबे समय तक बैठे रहते हैं तो हर 30 मिनट बाद ब्रेक लें और थोड़ा चलें जितना चलेंगे हड्डियां उतनी ही मजबूत होंगी. साथ ही हर रोज कोई न कोई एक्सरसाइज जरूर करें और हेल्दी खाना खाएं. आपकी छोटी-छोटी आदतों से ही आपकी हड्डियां को मजबूत और स्वस्थ रखेंगी.

 

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