ऑपरेशन महादेव के बाद पीओके के जर्नलिस्ट का बड़ा दावा सामने आया है. पीओके के एक पत्रकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पीओके के अंदर फिर से ट्रेनिंग कैंप शुरू होने का दावा किया है. LET, HM, HUJI समेत अलकायदा ने यहां पर ट्रेनिंग कैंप शुरू किए हैं. ऑपरेशन सिंदूर में भारी नुकसान के बाद लोकल लोगों में आतंकी संगठनों के खिलाफ भारी नाराजगी देखी गई है. जिसमें आतंकी संगठनो में भर्ती का पीओके में आम जानता का खुला विरोध शुरू हो गया है. आतंकी कमांडर की लोगों ने खुलेआम पिटाई की.
आतंकी कमांडरो की खुलेआम पिटाई की जा रही है. ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकी हबीब ताहिर उर्फ छोटू के नमाज-ए-जनाजे में लश्कर कमांडर की पिटाई की गई है. पीओके के कुइयां गांव में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े जेकेयूएम कमांडर रिजवान हनीफ को गांव वालों का जबरदस्त विरोध झेलना पड़ा. वो अपने हथियारबंद साथियों के साथ गांव से भाग गया. गांव के लोग अब एक सार्वजनिक जिरगा (लोकल पंचायत) बुलाने की तैयारी कर रहे हैं, ताकि आतंकी भर्ती और गतिविधियों का मिलकर जवाब दिया जा सके.
लश्कर कमांडर की लात घूंसों से पिटाई
श्रीनगर के हरवान में मारा गया आतंकी हबीब ताहिर उर्फ छोटू लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था, और उसी संगठन ने उसे भर्ती कर ट्रेनिंग दी थी. 30 जुलाई 2025 को शाम 4 बजे उसके जनाजे की रस्म पीओके में बिना शव के की गई. परिवार ने साफ मना कर दिया था कि लश्कर या उससे जुड़े लोग इसमें शामिल न हों, फिर भी रिजवान हनीफ अपने हथियारबंद बॉडीगार्ड्स के साथ वहां पहुंच गया. जनाजे के दौरान उस वक्त विवाद हो गया जब रिजवान के भतीजे ने लोगों को बंदूक दिखाकर धमकाया. इससे लोगों में गुस्सा भड़क गया और उन्होंने रिजवान की लात घूंसों से पिटाई कर दी.
प्रशासन की कड़ी नजर
कोठियां पीओके के निवासी नौमान शहजाद ने खुराहट (तहसील हरी गहल, जिला बाग) में एक कांफ्रेंस की इजाजत मांगी थी. जानकारी मिली थी कि इसमें कुछ हथियारबंद लोग भी आ सकते हैं. सुरक्षा हालात को देखते हुए प्रशासन ने इस कार्यक्रम की अनुमति देने से मना कर दिया और उस पर पाबंदी लगा दी गई. इसके अलावा आयोजकों को साफ हिदायत दी गई कि ऐसा कोई कार्यक्रम न करें. एसडीएम हरी गहल और एसएचओ सिटी बाग को आदेश का पूरी तरह पालन करवाने को कहा गया है.