उर्वरक कालाबाजारी पर शिकंजा: जिले में 46 विक्रेताओं की जांच, 3 के लाइसेंस निलंबित…10 को नोटिस

बारां: जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार सोमवार को कृषि विभाग एवं जिला प्रशासन की संयुक्त टीमों ने जिलेभर में उर्वरक विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर सघन निरीक्षण अभियान चलाया. इस कार्रवाई में एसडीओ, टीडीआर और कृषि विभाग के अधिकारी सम्मिलित रहे.

जिले में उर्वरकों की कालाबाजारी, जमाखोरी और अधिक मूल्य वसूली की आशंका के चलते ब्लॉकवार निरीक्षण किया गया. इस दौरान आदान विक्रेताओं के गोदामों में रखे यूरिया एवं डीएपी उर्वरकों के स्टॉक का पोश मशीन में दर्ज स्टॉक से मिलान किया गया. साथ ही स्टॉक रजिस्टर एवं बिल बुक का भी गहन परीक्षण किया गया.

निरीक्षण के दौरान कई विक्रेताओं के पास स्टॉक में अनियमितताएं पाई गईं. उर्वरक नियंत्रण आदेश 1985 के तहत कार्रवाई करते हुए कुल 46 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया, जिसमें से 10 विक्रेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए तथा 3 विक्रेताओं के अनुज्ञा पत्र (लाइसेंस) निलंबित कर दिए गए.

प्रशासन ने सभी विक्रेताओं को सख्त चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में यूरिया, डीएपी अथवा किसी अन्य उर्वरक की कालाबाजारी, जमाखोरी या मूल्यवृद्धि की शिकायत प्राप्त होती है, तो उनके विरुद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम (EC एक्ट) के तहत कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.

जिला प्रशासन ने किसानों से भी अपील की है कि वे किसी भी प्रकार की अनियमितता की सूचना तुरंत नजदीकी कृषि कार्यालय या प्रशासन को दें, ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके.

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