पश्चिम बंगाल के चक्रधरपुर रेल मंडल में सोमवार को एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया. अज्ञात लोगों ने पश्चिम सिंहभूम जिले के मनोहरपुर थाना क्षेत्र में हावड़ा-मुंबई मुख्य रेलमार्ग की थर्ड लाइन पर रेल पटरियों से छेड़छाड़ कर बड़ा हादसा करने की साजिश रची थी, लेकिन रेलवे में ड्यूटी पर तैनात कीमैन की सतर्कता और सुझबूझ से समय रहते खतरे को टाल दिया गया.
घटना मनोहरपुर के घाघरा गांव के पास की है. यहां रेल लाइन पर ड्यूटी कर रहे कीमैन का उस समय होश उड़ गया जब उसने देखा कि लगभग 1.75 किलोमीटर तक रेल पटरी की पेंड्रोल क्लिप – जिसे रेल लाइन की चाबी भी कहा जाता है – खोली की जा चुकी हैं. पेंड्रोल क्लिप को लाइन से निकालकर एक ही जगह पर फेंका गया था. यह घटना रेलवे किलोमीटर पोल संख्या 364/1A से 366/11A के बीच हुई.
कीमैन ने स्थिति की गंभीरता को समझते हुए तुरंत पोसैता स्टेशन मास्टर को सूचित किया. सूचना मिलते ही मंडल मुख्यालय में हड़कंप मच गया. तुरंत एक्शन लेते हुए गोईलकेरा और मनोहरपुर के बीच सुबह 11:23 बजे थर्ड लाइन पर ट्रेनों का परिचालन रोकना पड़ा.
इसके बाद आरपीएफ, मनोहरपुर थाना पुलिस और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया. जांच में पाया गया कि खोले गए पेंड्रोल क्लिप पोल संख्या 366/5a के पास एकत्र कर फेंके गए थे. रेलवे की टीम ने तत्परता से मरम्मत कार्य शुरू किया और कुछ घंटों बाद थर्ड रेल लाइन पर यातायात दोबारा बहाल कर दिया गया.
किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता देने जैसा!
रेलवे सूत्रों का कहना है कि इतनी लंबी दूरी तक पेंड्रोल क्लिप का खुला होना किसी बड़ी दुर्घटना को न्योता देने जैसा होता है. इस साजिश के पीछे कौन है, इसका फिलहाल पता नहीं चल पाया है. मामले की जांच आरपीएफ और जिला पुलिस द्वारा की जा रही है.
गौरतलब है कि यह क्षेत्र सारंडा के जंगलों में आता है, जो एक घोर नक्सल प्रभावित इलाका माना जाता है. रविवार को इसी इलाके के करमपदा में नक्सलियों ने अपनी बंदी के दौरान बम विस्फोट कर रेल पटरी उड़ा दी थी. उस घटना में एक रेलकर्मी की मौत हो गई थी जबकि एक अन्य घायल हुआ था.
नक्सली साजिश की आशंका
अब मनोहरपुर में पेंड्रोल क्लिप खोलने की घटना को भी संभावित नक्सली साजिश के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि, इस पर अंतिम निष्कर्ष जांच पूरी होने के बाद ही लगाया जा सकेगा. रेलवे और सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड में हैं और मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं.