चीनी घुसपैठ को लेकर राहुल गांधी के बयानों पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद अब पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने उनका बचाव किया है। गहलोत ने राहुल गांधी का समर्थन करते हुए कहा- राहुल गांधी ने कोई गोपनीय जानकारी साझा नहीं की है। चीनी घुसपैठ की जानकारी इंटरनेट और विश्वसनीय स्रोतों पर मौजूद है। उनसे बड़ा देश भक्त कौन हो सकता है।
गहलोत ने एक्स पर लिखा- राहुल गांधी ने कोई गोपनीय जानकारी साझा नहीं की। गलवान में चीनी घुसपैठ और झड़प जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए, की जानकारी पहले से सार्वजनिक रूप से मौजूद हैं। चीन की ओर से भारत में लगभग 2000 किलोमीटर तक की घुसपैठ और उससे संबंधित जगहों की जानकारी भी इंटरनेट और मीडिया में विश्वसनीय स्रोतों पर उपलब्ध है।
स्थानीय लोगों ने भी चीनी घुसपैठ की शिकायत की
गहलोत ने लिखा- लद्दाख के प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक भी समय-समय पर चीनी घुसपैठ को लेकर चिंता जताते रहे हैं। केंद्र की भाजपा सरकार ने भी चीनी आक्रामकता में हमारे सैनिकों की शहादत को स्वीकार किया है। राहुल गांधी का बयान सरकार से इस मुद्दे पर उचित कार्रवाई की अपील के रूप में था।
गहलोत ने लिखा- चूंकि यह उस समय एक ज्वलंत मुद्दा था इसलिए सरकार को स्वयं आगे आकर इस विषय पर संसद में चर्चा करनी चाहिए थी ताकि देश को विश्वास में लिया जा सकें लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
राहुल गांधी की दादी और पिता ने देश के लिए बलिदान दिया,उनसे बड़ा देशभक्त कौन?
गहलोत ने लिखा- देशभक्ति का सबसे बड़ा स्वरूप होता है, देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देना। राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी और उनकी दादी इंदिरा गांधी ने भारत देश के लिए बलिदान दिया है। राहुल गांधी ने 4,000 किलोमीटर की पदयात्रा कर देश के आमजन की समस्याओं को सरकार के सामने रखने का काम किया। उनसे बड़ा देशभक्त कौन हो सकता है?