बालोतरा: राजभाषा हिंदी प्रदर्शनी में विद्यार्थियों की रचनात्मकता की झलक, नवाचार से सिखाया भाषा का नया तरीका

बालोतरा: जवाहर नवोदय विद्यालय, पचपदरा में बुधवार को राजभाषा हिंदी शिक्षण-अधिगम सामग्री प्रदर्शनी का आयोजन किया गया.
इस प्रदर्शनी का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा को रोचक और प्रभावी तरीके से सिखाना था. हिंदी शिक्षक प्रेमचंद वर्मा के मार्गदर्शन में विद्यार्थियों ने कई रचनात्मक मॉडल तैयार किए, जिसने सभी का ध्यान खींचा.

प्रदर्शनी में प्रायोगिक और त्रिआयामी मॉडल के माध्यम से विद्यार्थियों ने हिंदी व्याकरण, कविताओं की रचना और साहित्य से जुड़े कई व्यावहारिक और 3D मॉडल प्रस्तुत किए, जिनसे जटिल अवधारणाओं को समझना आसान हो गया. पुस्तक के पाठों को खिलौनों के रूप में दर्शाया गया, जिससे छोटे बच्चों के लिए पढ़ना एक खेल जैसा बन गया. इन गतिविधियों से विद्यार्थियों ने बिना बोझ महसूस किए व्याकरण के नियमों को सीखा.

साथ ही मॉडलों के जरिए दिखाया गया कि हिंदी का उपयोग रोज़मर्रा के जीवन और सरकारी कार्यों में कैसे किया जाता है. प्रदर्शनी में एक गति निर्धारक कार्यक्रम भी शामिल किया गया, जिसके तहत बालोतरा जिले के स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल के विद्यार्थियों को विशेष रूप से अवलोकन के लिए आमंत्रित किया गया. इस पहल से दोनों स्कूलों के छात्रों को एक-दूसरे से सीखने का मौका मिला.

मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद डीएसपी अशोक ने इस प्रयास की सराहना की. उन्होंने कहा कि ऐसी प्रदर्शनियां हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और इनका नियमित आयोजन होना चाहिए.

विद्यालय के प्राचार्य हरनाथ सिंह चारण ने बताया कि यह प्रदर्शनी समावेशी शिक्षा का एक उदाहरण है. उन्होंने कहा कि जवाहर नवोदय विद्यालय, पचपदरा में ऐसे रचनात्मक कार्यक्रमों का नियमित आयोजन होता रहता है, जिससे विद्यार्थियों में सृजनात्मकता का विकास होता है.
कार्यक्रम का सफल संचालन छात्र संजय और छात्रा निकिता ने किया. इस दौरान दोनों विद्यालयों के कई शिक्षक और वरिष्ठ पदाधिकारी भी मौजूद रहे.

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