आज की युवा पीढ़ी को अपनी जान की परवाह नहीं है. वे छोटी-छोटी बातों पर जोखिम भरे कदम उठा लेते हैं. प्यार में नाकामी, अपनी प्रेमिका से बात न कर पाना, स्कूल के शिक्षकों की डांट, घर पर माता-पिता की डांट, मांगी हुई चीजें न मिलने के कारण अपनी जीवन लीला तक खत्म कर लेते हैं. ऐसा ही एक मामला आंध्र प्रदेश के सत्य साईं जिले से सामने आया है. एक इंटरमीडिएट की छात्रा ने घर पर एक पुरानी साड़ी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. छात्रा की मां ने नई साड़ी दिलाने से मना किया था.
जानकारी के मुताबिक, धर्मावरम बालाजी नगर की रहने वाली उषा एक स्थानीय कॉलेज में इंटरमीडिएट की छात्रा थी. हालांकि, जिस कॉलेज में वह पढ़ रही थी, वहां एक फ्रेशर्स डे पार्टी का आयोजन किया गया था. उसने दोस्तों से नए कपड़े पहनाकर पार्टी में लाने का दावा किया.
साड़ी नहीं दिलाने से नाराज थी छात्रा
इसी वजह से उषा ने नए कपड़े खरीदने का फैसला किया. उसने घर जाकर अपनी मां को इस बारे में बताया. इंटर प्रथम वर्ष में प्रवेश लेने वाले नए छात्रों के स्वागत में आयोजित होने वाली फ्रेशर्स पार्टी के लिए, इंटर द्वितीय वर्ष की छात्रा उषा कुछ दिनों से अपनी मां से बार-बार साड़ी की मांग रही थी, लेकिन जब उसकी मां ने उसे बताया कि घर में आर्थिक तंगी है और उसके पास नई साड़ी खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं, तो उषा अचानक परेशान हो गई.
फांसी लगाकर कर ली आत्म हत्या
उसकी सारी सहेलियां नई साड़ियां पहनकर आती हैं. वह बिना नई साड़ी के फ्रेशर्स पार्टी में कैसे जा सकती है? इसी बात से नाराज होकर उषा ने एक खौफनाक कदम उठाया. जब घर पर कोई नहीं था, तो वह एक पुरानी साड़ी लेकर पंखे से लटककर आत्महत्या कर लेती है. वहीं जब उसकी मां ने घर आकर अपनी बच्ची को पंखे से लटकता देखा, तो उसकी मां सदमे में आ गई. मां फूट-फूट कर रोने लगी.