समस्तीपुर : बिहार में निवास प्रमाण पत्रों के फर्जी आवेदनों का सिलसिला चिंताजनक रूप से बढ़ता जा रहा है. ताजा मामला समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीन नगर प्रखंड से सामने आया है, जहां अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम से फर्जी निवास प्रमाण पत्र बनवाने का प्रयास किया गया. इस गंभीर धोखाधड़ी ने न केवल सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं, बल्कि साइबर अपराध की नई दिशा की ओर भी इशारा किया है.आवेदनकर्ता ने नाम और फोटो में बदलाव कर डोनाल्ड ट्रंप के नाम से एक फर्जी आधार कार्ड तैयार किया और उसे निवास प्रमाण पत्र के आवेदन के साथ संलग्न कर दिया. जैसे ही यह मामला महिला राजस्व पदाधिकारी की नजर में आया, उन्होंने तत्काल इसकी जांच शुरू कर दी. जिला प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
हालांकि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि इस आवेदन के पीछे कौन है और उसका मकसद क्या था. फिलहाल मामले की गहन जांच चल रही है.यह घटना सरकारी सेवाओं के डिजिटलीकरण के बीच उसमें हो रहे दुरुपयोग की एक बानगी है.यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले पटना में “डॉग बाबू” नाम से एक फर्जी निवास प्रमाण पत्र जारी किया गया था, जिसमें एक कुत्ते की तस्वीर लगाई गई थी और एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया था. मोतिहारी में अभिनेत्री मोनालिसा की तस्वीर के साथ “सोनालिका ट्रैक्टर” नाम से आवेदन किया गया, जबकि नवादा में “डोगेश बाबू” नामक एक और फर्जी कुत्ते का प्रमाण पत्र बनवाने की कोशिश की गई थी.
इन सभी घटनाओं ने प्रशासनिक सतर्कता और डिजिटल सत्यापन तंत्र की मजबूती की आवश्यकता को उजागर कर दिया है. सरकार ने इस तरह के मामलों पर कड़ी निगरानी रखने और दोषियों पर कठोर कार्रवाई करने की बात कही है. आम जनता से भी अपील की गई है कि ऐसे मामलों की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें, ताकि समय रहते कार्रवाई हो सके.