इटावा: थाना सिविल लाइन पुलिस ने एक ऐसे शातिर आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो खुद को मध्यप्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर बताकर पुलिस अधिकारियों पर दबाव बना रहा था. आरोपी ने ट्रूकॉलर एप पर मंत्री के नाम से फर्जी प्रोफाइल बनाई और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) इटावा के सरकारी नंबर पर कॉल कर एक मुकदमे में नामित व्यक्ति की पैरवी करने की कोशिश की.
मिली जानकारी के अनुसार, आरोपी दो दिनों से थाना सहसों में दर्ज मुकदमा संख्या 33/25 के अभियुक्त की पैरवी कर रहा था. उसने खुद को मंत्री बताते हुए हल्का प्रभारी को तत्काल हटाने का दबाव भी बनाया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव के निर्देशन में मामले की गंभीरता से जांच की गई, जिसमें पूरा फर्जीवाड़ा सामने आया.
एसएसपी के निर्देश पर थाना सिविल लाइन की पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए आरोपी अंकित सिंह परिहार पुत्र राकेश सिंह परिहार, निवासी पिपरौली की गढ़िया, थाना सहसों, इटावा को लॉयन सफारी के पास ठंडी पुलिया से गिरफ्तार किया. तलाशी में उसके पास से एक मोबाइल बरामद हुआ, जिसमें कई लोगों के आधार कार्ड और अन्य दस्तावेजों की फोटोकॉपी मिलीं, जिससे उसकी साइबर ठगी में संलिप्तता की पुष्टि हुई.
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आरोपी का आपराधिक इतिहास भी लंबा है. वर्ष 2018-19 में उसने पुलिस उपनिरीक्षक की वर्दी पहनकर इंस्टाग्राम पर फर्जी प्रोफाइल बनाई थी, जिस पर थाना महाराजपुर, ग्वालियर (मध्यप्रदेश) में मुकदमा दर्ज है. वर्ष 2016 में उसके खिलाफ थाना सहसों में आर्म्स एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया जा चुका है.
इस पूरे ऑपरेशन में थाना सिविल लाइन के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार, उप निरीक्षक समित चौधरी (मीडिया सेल प्रभारी), उप निरीक्षक मोहनवीर, राजेश मौर्य और संजय यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही, जिन्होंने मिलकर आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की. पुलिस अब आरोपी के खिलाफ आईटी एक्ट, फर्जीवाड़ा और सरकारी पद का दुरुपयोग जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर विस्तृत जांच में जुट गई है.