भगवान होती हैं बहनें, गलतियां कर देती हैं माफ…नरसिंहगढ़ में CM मोहन यादव ने मनाया रक्षाबंधन उत्सव

हम लाड़ली बहनों की राशि धीरे-धीरे बढ़ाएंगे. हमारी सरकार 41 हजार करोड़ की राशि बहनों को दे चुकी है. बहनों के हाथ में रुपये देने से उसका सदुपयोग होता है. बहनें एक-एक रुपया बचाकर घर को संभालती हैं. बहनें अपना पेट काटकर घर का ख्याल रखती हैं. मैं बहनों का प्रेम जीवनभर नहीं भूलूंगा. बहनों को दीपावली के बाद भाईदूज से 1500 रुपये मिलने लगेंगे. हमारा संकल्प है कि हम बहनों को तीन हजार रुपये देंगे. बहनें अगर रोजगारपरक कारखाने में जाएगी तो उन्हें सरकार 5 हजार रुपये देगी. कारखाने का मालिक अलग रुपये देगा. सरकार हॉस्टल बनाकर महिलाओं को रात में काम करने की छूट दे रही हैं. हम भाइयों को भी रोजगारपरक कारखाने में काम करने के लिए रुपये देंगे. बहनें भगवान की तरह होती हैं.’ यह बात मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राजगढ़ जिले के नरसिंहगढ़ में कही.

डॉ. सीएम यादव ने इस मौके पर 1 करोड़ 26 लाख 89 हजार से ज्यादा बहनों के खातों में लाड़ली बहन योजना की किश्त 1250 के साथ-साथ 250 रुपये का विशेष शगुन भी ट्रांसफर किया. उन्होंने पहले 1541.76 करोड़ और बाद में 317 करोड़ रुपये की राशि बहनों के खातों में ट्रांसफर की. इसके अलावा उन्होंने 28 लाख से अधिक बहनों को गैस सिलेंडर रीफिलिंग के लिए 43.90 करोड़ भी दिए.

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रक्षाबंधन को लेकर कहानी भी सुनाई. उन्होंने कहा कि भाई-बहन के त्योहार रक्षाबंधन की किसी से तुलना नहीं हो सकती. रक्षाबंधन सभी त्योहारों का राजा है. जब हम छोटे थे तो पिता जी को राखी बांधने बुआ आया करती थी. उस वक्त लगता था जैसे घर में दीपावली आ गई हो. बुआ के आते ही घर में हलचल मच जाती थी. उनके बैग में सभी भांजे-भांजियों के लिए राखी और गिफ्ट हुआ करते थे. फिर, जब हम और बड़े हुए तो बहन को लेने ससुराल जाने लगे.

उन्होंने कहा कि पूरे साल में एक बार मिलने पर बहन अंदर से तो बहुत खुश होती थी, लेकिन सामने से कठोर होकर कहती थी कि तुम्हें बड़ी जल्दी बहन की याद आ गई, राखी आई तो याद आ गई. जाओ मैं नहीं जाती तुम्हारे साथ. ये सुनने के बाद भाई मनाने में लग जाता था, गलती स्वीकार करने लगता था. काफी मनाने के बाद आखिर बहन भाई के साथ घर आ जाती थी.

बहनें सारी गलतियां माफ कर देती हैं- सीएम

सीएम डॉ. यादव ने कहा कि बहन तो है ही भगवान की तरह, जो सारी गलतियां माफ कर देती है. बेटी के घर में आने से पिता की आंखें चमक उठती हैं. बेटी जब घर में कदम रखती है तो उस वक्त इतना आनंद आता है, जो भगवान के आने पर भी नहीं होता. बेटी से ज्यादा पिता को कोई सुख नहीं दे सकता. वह अपने मायके की भी चिंता करती है और ससुराल की भी. हमें इस पर गर्व है.

उन्होंने कहा कि जिस घर में बेटी नहीं होती, वह अधूरा रहता है. जिसमें भाई-बहन सब हों, उस घर को स्वर्ग माना जाता है. संसार में हर रिश्ते का महत्व है. उन्होंने कहा कि भाई के लिए भांजी का विवाह करना सौभाग्यशाली होता है. भारतीय संस्कृति में ही भांजे-भांजियों को बेटे-बेटियों से ज्यादा महत्व दिया जाता है. रेशम के धागे में सभी ताकतों से ज्यादा ताकत होती है.

भगवान कृष्ण ने द्रौपदी के हर संकट की रक्षा की

इस मौके पर सीएम डॉ. यादव ने भगवान श्री कृष्ण और द्रौपदी के रिश्ते की कहानी भी सुनाई. उन्होंने कहा कि बुआ ने शिशुपाल के लिए भगवान श्री कृष्ण से वर ले लिया था. उस वक्त श्री कृष्ण ने बुआ को 100 गलतियां माफ करने का वचन दिया था. इसके बाद भी शिशुपाल नहीं माना और उसने 100वीं गलती को पार कर दिया. तब भगवान श्रीकृष्ण ने सुदर्शन चक्र चलाकर वध कर दिया. इस दौरान जब सुदर्शन चक्र वापस उनकी अंगुलि में आया तो उन्हें हल्की चोट लग गई. तब वहां खड़ी द्रौपदी ने पल्लू फाड़कर न केवल उनकी अंगुलि में पट्टी बांधी, बल्कि राखी भी बांध दी. इस घटना के बाद रक्षाबंधन का त्योहार अमर हो गया.

उसके बाद जब भी द्रौपदी पर संकट आया, तब रक्षाबंधन की डोर से श्रीकृष्ण ने उनकी रक्षा की. उन्होंने कहा कि जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पद की शपथ ली है, तब से देश में आतंकवादी घटनाएं बंद हो गईं. इस बीच एक आतंकी घटना घटी तो भारत ने पाकिस्तान के घर में घुस कर मारा था. ऑपरेशन सिंदूर बहनों के सिंदूर का बड़ा बदला था. इस बार का रक्षाबंधन ऑपरेशन सिंदूर पर आधारित रहने वाला है. हम हर घर तिरंगा अभियान को बड़े स्तर पर मनाएंगे. हर घर तिरंगा फहरेगा. मेरी ओर से भी सभी त्योहार की बधाई.

सीएम यादव का हुआ जोरदार स्वागत

नरसिंहगढ़ आते ही सीएम डॉ. मोहन यादव का जोरदार स्वागत हुआ. उनका रोड-शो निकला तो जनता उनके स्वागत के लिए उमड़ पड़ी. सीएम डॉ. यादव ने भी उनका अभिनंदन किया. उसके बाद कार्यक्रम स्थल पर सैकड़ों बहनों ने उन्हें बारी-बारी से राखी बांधी. प्रदेश के मुखिया ने भी बहनों को रिटर्न गिफ्ट दिया. इस मौके पर सीएम डॉ.यादव ने बहनों पर पुष्पवर्षा भी की.

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