मैनपुर। उदंती सीतानदी टाइगर रिजर्व के वन विभाग ने हिरण का शिकार करने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पांच अगस्त को गोपनीय सूचना मिली कि कोयबा इंदागांव के बीच मुख्य मार्ग पर एक अज्ञात वाहन ने एक मादा चीतल को ठोकर मारकर हत्या कर दी। घटना स्थल पर मृत चीतल का खून पाया गया। आगे की जांच में पास की झोपड़ी में चीतल को काटने के साक्ष्य मिले। वहां एक कपड़े में बंधा कच्चा चीतल का मांस भी मिला
वन अमले ने पता लगाया कि ग्राम कोयबा के छह व्यक्तियों ने मृत चीतल को उठाकर झोपड़ी में ले जाकर कुल्हाड़ी, हंसिया, चाकू और अन्य औजारों से काटकर छह हिस्सों में बांट दिया। इसके बाद उन्होंने अपने-अपने हिस्से को पास के खेतों में छिपा दिया। आरोपित जीवन लाल पिता देवसिंह मांझी को पूछताछ के लिए वन परिसर बम्हनीझोला लाया गया, जहां उसने अन्य पांच आरोपितों के नाम बताए।
इन लोगों को किया गया गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं: (1) जीवन लाल व. देवसिंह मांझी, उम्र 37 वर्ष, (2) रुपधर व. चैनसिंह, उम्र 35 वर्ष, (3) दीपचंद व. रामप्रसाद यादव, उम्र 41 वर्ष, (4) बिहारीलाल व. रामजी ध्रुव, उम्र 48 वर्ष, (5) खगेश्वर व. दुर्बल सोरी, उम्र 50 वर्ष, (6) नाथुराम व. बैदराम मरकाम, उम्र 72 वर्ष।
चीतल का कटा मांस जब्त
सभी आरोपी ग्राम कोयबा, पोस्ट थाना इंदागांव, तहसील मैनपुर, जिला गरियाबंद (छ.ग.) के निवासी हैं। वन अमले ने कुल्हाड़ी, हंसिया, चाकू और 26.65 किलोग्राम चीतल का कटा हुआ मांस जब्त किया। सभी आरोपियों ने अपने अपराध को स्वीकार किया।
अनुप जांगडे, गेमगार्ड ने सभी 06 आरोपियों के खिलाफ पी.ओ.आर. क्रमांक 83/03 दिनांक 05.08.2025 जारी कर वन अपराध पंजीबद्ध किया। विवेचना अधिकारी मनोज कुमार ध्रुव ने सभी आरोपियों को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम 1972 की धाराओं के तहत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय देवभोग के समक्ष प्रस्तुत किया।