छत्तीसगढ़ के भिलाई में सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने खुद को मंत्रालय में बाबू बताकर 30 लाख से अधिक की ठगी की थी। जिसे गुरुवार को महासमुंद से अरेस्ट किया गया है। यह मामला स्मृति नगर चौकी क्षेत्र का है
मिली जानकारी के मुताबिक, ढालसिंह वर्मा (35) स्मृति नगर का रहने वाला है। 6 मार्च 2020 को रायपुर में उसकी मुलाकात साबास खान (48) से हुई थी। जो कि महासमुंद रहने वाला है। साबास ने खुद को मंत्रालय में बाबू होना बताया। साथ ही अधिकारियों ने पहचान की बात बताकर भरोसा जीता।
मंत्रालय और पोस्ट ऑफिस में नौकरी लगवाने का झांसा
इसके बाद उसने मंत्रालय और पोस्ट ऑफिस में बाबू की नौकरी लगवाने का झांसा दिया। इस तरह उसने 2020 से अगस्त 2025 तक ढालसिंह सहित 6 लोगों से कैश और बैंक के माध्यम से कुल 30,94,000 रुपए लिए। उसने नौकरी नहीं लगने पर पैसे वापस देने की भी बात कही थी।
पैसे मांगने पर टालता रहा
जब ढालसिंह ने पैसे मांगे तो, वह टालते रहा। परेशान होकर वह 4 अगस्त को थाने पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई। जिस पर पुलिस ने धारा 420 के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद टीम ने आरोपी की लोकेशन ट्रेस कर महासमुंद में दबिश देकर हिरासत में लिया गया।
पूछताछ में उसने अपराध स्वीकार कर लिया। इसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
कई थानों में आरोपी के खिलाफ दर्ज हैं FIR
इस मामले में एडिशनल एसपी पद्मश्री तंवर ने बताया कि साबास खान आदतन अपराधी है। उसके खिलाफ पहले से कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। थाना दर्री (कोरबा) में धारा 420 के तहत मामला दर्ज है। गोलबाजार थाना (रायपुर) में धारा 420, 467, 468, 471, 120बी, 201 के तहत मामला दर्ज है।
इसके अलावा थाना कोतवाली (महासमुंद) में अपराध क्रमांक 104/2018 के तहत मामला दर्ज है। थाना बंसतपुर (राजनांदगांव) और थाना छुरा (गरियाबंद) में भी नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। आरोपी ने ढालसिंह के अलावा अन्य 5 के साथ ही ठगी थी। इस परजांच की जा रही है।