भारत ने हाल में इंग्लैंड संग टेस्ट सीरीज 2-2 से बराबरी पर खत्म की थी. इस सीरीज में अभिमन्यु ईश्वरन को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था. इस पर अभिमन्यु ईश्वरन के पिता रंगनाथन ईश्वरन ने हाल में गौतम गंभीर पर भड़के थे. लेकिन अब उन्होंने ताजा बयान में रंगनाथन ने नया बयान दिया है.
रंगनाथन ने अब कहा है कि हेड कोच गौतम गंभीर ने उनके बेटे को जल्द ही प्लेइंग इलेवन में मौका देने का आश्वासन दिया है. हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ खत्म हुई पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में ईश्वरन एक बार फिर टीम में जगह बनाने में नाकाम रहे क्योंकि करुण नायर और साई सुदर्शन को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने का मौका दिया गया.
रंगनाथन ईश्वरन ने विक्की लालवानी के साथ उनके यूट्यूब चैनल पर इंटरव्यू में कई बाते कहीं. उन्होंने कहा- गौतम गंभीर ने जब मेरे बेटे से बात की, तो उन्होंने उसे भरोसा दिलाया कि तुम सही काम कर रहे हो, तुम्हें मौका मिलेगा और तुम लंबे समय तक खेलोगे, मैं वो नहीं हूं जो तुम्हें एक या दो मैच के बाद बाहर कर दूं, मैं तुम्हें लंबा मौका दूंगा, मेरे बेटे ने मुझे यही बात बताई.
पूरी कोचिंग टीम ने उसे भरोसा दिलाया कि उसे उसका हक मिलेगा, उसे लंबे समय तक खेलने का मौका मिलेगा, मैं इससे बेहतर कुछ नहीं कह सकता, मेरा बेटा 4 साल से इंतजार कर रहा है, उसने 23 साल कड़ी मेहनत की है.
‘साई सुदर्शन की जगह अभिमन्यु को मौका…’
रंगनाथन ईश्वरन ने कहा कि साई सुदर्शन की जगह अभिमन्यु ईश्वरन को मौका मिलना चाहिए था क्योंकि उन्हें हरे (ग्रीन) विकेटों पर खेलने का अच्छा अनुभव है. उन्होंने कहा- साई सुदर्शन से कोई नाराजगी नहीं है, वह भी मेरे जानने वाले हैं, लेकिन सवाल है कि टीम में किस जगह पर फिट बैठते हैं? साई के स्कोर देखें – 0, 31, 0, 61 – ऐसे में अभिमन्यु को आजमाना चाहिए था. वह ईडन गार्डन्स जैसे हरे विकेट पर लगभग 30% मैच खेल चुका है और ऐसे विकेटों पर उसे खेलने का अनुभव है. रिकॉर्ड भी दिखाता है कि वह लंबी पारियां खेलने वाला खिलाड़ी है.
पिछले घरेलू सीज़न में अभिमन्यु जबरदस्त फॉर्म में थे. उन्होंने दलीप ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी और रणजी ट्रॉफी में जमकर रन बनाए. उनके स्कोर थे: 127*, 191, 116, 19, 157*, 13, 4, 200*, 72, 65. उनके फर्स्ट क्लास करियर में अब तक 103 मैचों में 7841 रन हैं, औसत 48.70 का है, जिसमें 27 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं. भारत की अगली घरेलू टेस्ट सीरीज वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका के खिलाफ है, ऐसे में अभिमन्यु उम्मीद कर रहे होंगे कि उन्हें आखिरकार डेब्यू करने का मौका मिलेगा.
‘सेलेक्टर्स ने नहीं किया अभिमन्यु के साथ न्याय…’
रंगनाथन ने यह भी कहा कि सेलेक्टर्स ने अभिमन्यु के साथ न्याय नहीं किया है. उन्होंने कहा- करुण नायर कभी वन डाउन (तीसरा नंबर) पर नहीं खेले, वो हमेशा दो या तीन नंबर पर बल्लेबाजी करते हैं. फिर वो एकदम से एक नंबर पर कैसे आ सकते हैं? कई खिलाड़ी जो 4-5 नंबर पर खेलते हैं, उन्हें ऊपर भेज दिया जाता है. लेकिन मेरा बेटा जो खुद टॉप ऑर्डर बल्लेबाज है, उसे 3 या 4 नंबर पर भी नहीं आजमाया जाता. वो सिर्फ ओपनर ही रह गया है.
अभिमन्यु को दिसंबर 2022 में पहली बार भारतीय टेस्ट टीम में जगह मिली थी, लेकिन ढाई साल से टीम के साथ होने के बावजूद उन्हें डेब्यू का मौका नहीं मिला है. इस दौरान 15 और खिलाड़ी भारत के लिए डेब्यू कर चुके हैं.