छात्रसंघ चुनाव बहाली की मांग को लेकर शुक्रवार को अलवर में NSUI और छात्र नेता पुलिस से उलझ गए। छात्र नेता मिनी सचिवालय में अंदर जाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन उन्हें पुलिस ने बाहर ही रोक दिया।
पुलिस ने पहले ही मुख्य गेट पर बेरिकेडिंग कर तीन थानों की पुलिस, 4 DSP और वज्र वाहन सहित पूरे इंतजाम कर लिए। जैसे ही छात्र नेता संदीप ओला बेरिकेडिंग कूदने लगे तो उनको बीच में ही पकड़ लिया। दूसरे छात्र नेता हार्दिक को पुलिस ने जमीन पर पटक दिया। यह सब छात्र नेताओं और पुलिस के बीच उलझने के समय हुआ।
छात्र नेता बेरिकेडिंग कूदकर मिनी सचिवालय में अंदर जाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन पुलिस ने उनको रोक दिया। बाद में मुंडावर विधायक ललित यादव और कांग्रेस के जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा भी वहां आ गए।
छात्र नेता बोले- मांग जारी रहेगी
छात्र नेता संदीप ओला ने कहा कि किसान के बेटे छात्रसंघ राजनीति से ही आगे बढ़ते हैं। राजनीति में आने का यही एक माध्यम है। लेकिन राजस्थान सरकार किसानों के बेटों को आगे नहीं आने देना चाहती। जिसके कारण छात्रसंघ चुनाव नहीं कराए जा रहे हैं। इसको लेकर पूरे प्रदेश में छात्रों में बड़ा विरोध है। अलवर में NSUI पहले से आंदोलनरत है। आगे भी एनएसयूआई के नेतृत्व में पूरी ताकत से मांग जारी रहेगी।
युवा कमजोर नहीं पड़ने वाले
विष्णु यादव ने कहा कि युवाओं की आवाज को बीजेपी सरकार दबाने में लगी है। लेकिन अलवर के युवा कमजोर नहीं पड़ने वाले। सरकार को छात्रसंघ चुनाव कराने के लिए पूरा रोष जाहिर करने में लगे हैं। युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष कृष्ण यादव ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव जरूरी है। कॉलेजों में छात्र राजनीति से छात्रों का भला होता है। उनका शोषण रुकता है। लेकिन सरकार सो रही है। छात्रों की आवाज नहीं सुनी जा रही है।
चुनाव नहीं होने से रोष
वहीं पूर्व अध्यक्ष राकेश चौधरी ने कहा कि ये गांव, कस्बे व शहर के युवाओं की आवाज है। जो पूरे प्रदेश में गूंज रही है। हर तरफ छात्रसंघ चुनाव की मांग है। छात्रों में चुनाव नहीं होने को लेकर रोष है। इस आवाज को आगे बढ़ाने में लगे हैं। सरकार व प्रशासन के सामने युवा रुकने वाले नहीं हैं।