जसवंतनगर/इटावा : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा रक्षाबंधन पर महिलाओं को दी गई रोडवेज बसों में निःशुल्क यात्रा की सुविधा जसवंतनगर में बस चालकों की मनमानी के चलते प्रभावी नहीं हो पा रही है.
स्थानीय यात्रियों के अनुसार, नगर के बस स्टॉप पर आने के बजाय इटावा, आगरा फोर्ट, किदवई नगर, सैफई, ताज और शिकोहाबाद डिपो की अधिकांश बसें राष्ट्रीय राजमार्ग के हाइवे ओवरब्रिज से सीधे निकल जाती हैं.इससे न तो यात्री चढ़ पाते हैं और न उतर पाते हैं.कई महिला यात्री सड़क किनारे घंटों इंतजार करती हैं और हाथ देकर बस रोकने का प्रयास करती हैं, लेकिन चालक बस नहीं रोकते.
स्थिति तब और गंभीर हो जाती है जब चालक नगर के बस स्टैंड के बजाय ओवरब्रिज से दो किलोमीटर दूर सुनसान स्थानों पर महिलाओं को उतार देते हैं.मजबूरी में उन्हें ई-रिक्शा या निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ता है, जिनमें प्रति यात्री 100 से 200 रुपये तक वसूले जाते हैं.इस कारण मुफ्त यात्रा का लाभ समाप्त होकर महिलाओं पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है.
स्थानीय नागरिकों और महिलाओं ने परिवहन विभाग से मांग की है कि सिर्फ रक्षाबंधन ही नहीं, बल्कि सामान्य दिनों में भी फ्लाईओवर से गुजरने वाली बसों का ठहराव मुख्य बस स्टैंड या नजदीकी निर्धारित स्टॉप पर अनिवार्य किया जाए.