बरसात के सीजन का डेढ़ माह बीतने को है। इस दौरान मालवांचल में वर्षा की काफी दरकार महसूस की जा रही है। हालांकि मालवा वासियों के लिए अब राहत भरी खबर है। 13 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक इस मौसम प्रणाली के प्रभाव से मालवा-निमाड़ क्षेत्र में झमाझम वर्षा का दौर शुरू होने की पूरी संभावना है।
वहीं जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, मंडला, डिंडौरी, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, छतरपुर, दमोह, पन्ना, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, अनूपपुर, शहडोल और उमरिया जिलों में बारिश के आसार हैं।
रविवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक दमोह में 31, नरसिंहपुर में 14, पचमढ़ी एवं श्योपुर में पांच, सीधी में तीन, नर्मदापुरम में दो मिलीमीटर वर्षा हुई। भोपाल में शाम छह बजे से कई स्थानों पर झमाझम वर्षा हुई।
यहां बना हुआ है चक्रवात
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि मानसून द्रोणिका वर्तमान में फरीदकोट, लुधियाना, नजीबाबाद, शाहजहांपुर, बलिया, जलपाईगुड़ी से होकर अरुणाचल प्रदेश तक बनी हुई है। उत्तर प्रदेश के मध्य में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-पूर्व अरब सागर एवं उससे लगे गुजरात पर हवा के ऊपरी भाग में भी एक चक्रवात बना हुआ है।
इसके अतिरिक्त 13 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इसके प्रभाव से 13 अगस्त से पूर्वी मध्य प्रदेश में वर्षा का दौर शुरू होगा। 15 अगस्त से दक्षिणी मध्य प्रदेश में भी अच्छी वर्षा होने की उम्मीद है।
इन संभागों में भी बरसेंगे बादल
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि सोमवार, मंगलवार को रीवा, शहडोल, सागर एवं जबलपुर संभाग के जिलों में मध्यम स्तर की वर्षा हो सकती है। शेष क्षेत्रों में भी कहीं-कहीं हल्की बौछारें पड़ सकती हैं। बंगाल की खाड़ी में इस बार कम दबाव का क्षेत्र नीचे की तरफ बन रहा है। इस वजह से मालवा एवं निमाड़ क्षेत्र में झमाझम वर्षा होने की संभावना है।