भागलपुर: जिले में बाढ़ की स्थिति भयावह हो गई है. दो प्रखंडों के चार पंचायतों के करीब 30 गांवों में 28 हजार से ज्यादा लोग पिछले पांच दिनों से कमर तक पानी में फंसे हुए हैं. लोग अपने घरों में डटे हुए हैं और किसी तरह जीवनयापन कर रहे हैं .कई लोग ऊंचाई वाले स्थान पर मिट्टी का चूल्हा बनाकर खाना पका रहे हैं, तो कुछ गांव के मंदिरों में शरण लिए हुए हैं. कई घरों में बर्तन पानी में तैरते दिखे, जबकि राशन भी भीग चुका है. ग्रामीणों का कहना है कि गंगा का जलस्तर रोज बढ़ रहा है और हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं. नाव की व्यवस्था न होने के कारण लोग छत पर दिन-रात गुजारने को मजबूर हैं.
पीड़ित वीडियो बनाकर जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं, लेकिन बाढ़ का पानी अधिक होने के कारण न तो कोई अधिकारी और न ही कोई जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंच रहा है. इससे लोगों में नाराजगी बढ़ रही है पीड़ितों का कहना है कि वे सूखा-रूखा खाकर किसी तरह परिवार का पेट भर रहे हैं, लेकिन अगर यही हालात रहे तो स्थिति और गंभीर हो सकती है और जान-माल का भारी नुकसान संभव है.
नारायणपुर प्रखंड शहजादपुर पंचायत के बिशनपुर, अमरी, फरीदपुर, दुधेला, निरुद्दीनपुर, छोटी विशनपुर, मिर्जापुर, अठगम्मा, कोदरा भिट्टा, शाहबाद, कसमाबाद, बिसोनी सहित अन्य गांवों में करीब 10 हजार से ज्यादा लोग बाढ़ में फंसे हैं.