मैहर : जिले में स्थित मुकुंदपुर टाइगर सफारी को लेकर मैहर और सतना जिले के नेताओं ने उप मुख्यमंत्री राजेंद्र कुमार शुक्ल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.ये नाराजगी मैहर जिले की अमरपाटन विधानसभा क्षेत्र की 6 पंचायतों- मुकुंदपुर, धोबहट, आमिन, परसिया, आनंदगढ़ और पपरा को रीवा जिले में शामिल करने के प्रस्ताव से जुड़ी है.
सतना से भाजपा सांसद गणेश सिंह, पूर्व मंत्री रामखिलावन पटेल, नारायण त्रिपाठी और अमरपाटन से कांग्रेस विधायक राजेंद्र कुमार सिंह ने इस प्रस्ताव का विरोध किया है.सतना से भाजपा सांसद गणेश सिंह ने तो मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र भी लिखा है.
दरअसल, 27 जनवरी 2025 को सीएम हाउस से एक पत्र मैहर कलेक्टर को भेजा गया? जिसमें मैहर जिले की 6 पंचायतों को प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग के परिसीमन के जरिए रीवा जिले में शामिल कराने के मामले में कलेक्टर से अभिमत मांगा गया। इसके बाद कलेक्टर ने एडीएम के माध्यम से संबंधित एसडीएम से अभिमत मांगा है.
जिसके बाद ये मामला सामने आया सांसद ने लिखा- किसी और जिले में नहीं जाने दूंगा.इससे पहले सतना से बीजेपी सांसद गणेश सिंह ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर कहा- मेरे संसदीय क्षेत्र में आने वाले जिला मैहर की तहसील अमरपाटन के ग्राम आनंदगढ़, आमिन, धोबहट, मुकुंदपुर, परसिया और पपरा को मैहर जिले से पृथक कर रीवा जिले में सम्मिलित करने के प्रस्ताव का मैं स्पष्ट एवं दृढ़ विरोध करता हूं.
मैहर जिले का मुकुंदपुर और आस-पास के तीन-चार गांव आपस में जुड़े हुए हैं.कुछ लोगों ने इन्हें रीवा जिले में मिलाने के लिए राज्य पुनर्गठन आयोग को पत्र भेजा था.
राज्य पुनर्गठन आयोग ने मैहर के कलेक्टर से इस पर अनुमति मांगी. जब इसकी जानकारी मिली तो मुझे बहुत आश्चर्य हुआ. मैंने तुरंत राज्य पुनर्गठन आयोग, रीवा संभाग के आयुक्त और मैहर के कलेक्टर को पत्र लिखकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है.
मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि किसी भी कीमत पर ये गांव मैहर जिले से बाहर नहीं जाएंगे.यह किसी बड़ी साजिश के तहत हो रहा है.मुकुंदपुर की वाइटटाइगर सफारी हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण स्थान है.मैहर जिले की यह एक पहचान है।
एक तरफ मां शारदा का मंदिर है, जहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और दूसरी ओर मुकुंदपुर की वाइट टाइगर सफारी है, जहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। ये दोनों स्थान मैहर जिले की शान हैं.एक जनप्रतिनिधि और लोकसभा सदस्य होने के नाते, मैं किसी भी कीमत पर इन महत्वपूर्ण स्थलों को किसी और जिले में नहीं जाने दूंगा.