आयकर विधेयक समेत लोकसभा से 4, राज्यसभा से 5 बिल पारित… मॉनसून सत्र के 16वें दिन 9 विधेयक पास

संसद के चालू मॉनसून सत्र के चौथे हफ्ते की शुरुआत जोरदार सियासी रस्साकशी के साथ हुई. विपक्षी दलों के सदस्यों ने दोनों सदनों में जोरदार हंगामा किया. वहीं, सत्तापक्ष भी मानों यह मन बनाकर आया हो कि जितने पेंडिंग बिल हैं, सब एक ही दिन में पारित करा लेने हैं. जोरदार हंगामे के बीच सोमवार को लोकसभा से चार और राज्यसभा से पांच विधेयक पारित हुए.

संसद के दोनों सदनों से एक ही दिन में कुल मिलाकर नौ विधेयक पारित हुए, जिनमें इनकम टैक्स बिल, टैक्सेशन लॉ (अमेंडमेंट) बिल से लेकर मणिपुर बजट और मणिपुर जीएसटी बिल जैसे महत्वपूर्ण विधेयक भी शामिल हैं. कुछ विधेयकों पर संक्षिप्त चर्चा हुई, तो कुछ बगैर चर्चा के ही पारित हो गए. लोकसभा में इनकम टैक्स बिल और टैक्सेशन लॉ (अमेंडमेंट) बिल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किए. ये बिल बगैर चर्चा के ही पारित हो गए.

लोकसभा से पारित हुए ये विधेयक

लोकसभा से दो बिल जहां बगैर चर्चा के पारित हो गए, वहीं दो अन्य विधेयकों पर संक्षिप्त चर्चा हुई और जोरदार हंगामे के बीच ही संबंधित विभाग के मंत्री ने चर्चा का जवाब दिया. इनकम टैक्स और टैक्सेशन लॉ के अलावा लोकसभा से नेशनल स्पोर्ट्स बिल और नेशनल एंटी डोपिंग बिल भी पारित हुए हैं.

दोपहर दो बजे जब सदन की कार्यवाही दूसरी बार शुरू हुई, खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने ये दोनों विधेयक विचार एवं पारित किए जाने के लिए पेश किए. जब ये दोनों विधेयक पेश हुए, तब विपक्ष सदन में नहीं था. इन विधेयकों पर संक्षिप्त चर्चा हुई. चर्चा के दौरान ही विपक्षी सदस्य सदन की कार्यवाही में शामिल होने पहुंचे और वेल में आकर नारेबाजी शुरू कर दी.

हंगामे के बीच ही संक्षिप्त चर्चा के बाद मंत्री मंडाविया ने इसका जवाब दिया. दोनों विधेयक लोकसभा से पारित हो गए. इसके बाद सदन की कार्यवाही शाम चार बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई थी. शाम चार बजे जब सदन की कार्यवाही तीसरी बार शुरू हुई, लोकसभा में इनकम टैक्स बिल और टैक्सेशन लॉ अमेंडमेंट बिल पेश होते ही पारित कर दिए गए.

राज्यसभा से पारित हुए पांच विधेयक

राज्यसभा से भी जोरदार हंगामे के बीच कुल पांच विधेयक पारित हुए. उच्च सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे दूसरी बार शुरू होते ही वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने मणिपुर बजट 2025-26, मणिपुर गुड्स एंड सर्विस टैक्स (अमेंडमेंट) बिल 2025 और मणिपुर विनियोग (नंबर 2) बिल 2025 पेश किए. ये विधेयक जब उच्च सदन में पेश किए गए, तब विपक्षी सदस्य सदन में मौजूद नहीं थे.

मणिपुर से संबंधित इन विधेयकों पर बीजेपी के राज्यसभा सदस्य महाराजा संजाओबा लेशंबा ने चर्चा की शुरुआत की. चर्चा के दौरान ही विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने एसआईआर के मुद्दे पर ज्ञापन देने के लिए चुनाव आयोग के कार्यालय मार्च करने का मुद्दा उठाया. इस पर नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि ये बिल से संबंधित नहीं है, इसलिए रिकॉर्ड में नहीं जाना चाहिए.

उन्होंने आसन से बिल पर चर्चा जारी रखने की अपील की. आसन पर डॉक्टर सस्मित पात्रा थे. राज्यसभा में कांग्रेस संसदीय दल के उपनेता प्रमोद तिवारी जेपी नड्डा की बात पर पॉइंट ऑफ ऑर्डर रेज करते हुए कहा कि किसका भाषण जाएगा, इसका फैसला आसन से होता है. यहां नेता सदन की ओर से कहा जा रहा है कि विपक्ष के नेता की बात कार्यवाही से निकाल दी जाए.

जोरदार हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीनों विधेयकों पर हुई संक्षिप्त चर्चा का जवाब दिया और इसके बाद तीनों विधेयक ध्वनिमत से पारित हो गए. राज्यसभा में पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने मर्चेंट शिपिंग बिल पेश किया. संक्षिप्त चर्चा के बाद सोनोवाल ने जवाब दिया और हंगामे के बीच ही यह बिल भी ध्वनिमत से पारित हो गया.

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