राजस्थान के जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान इंटरनेशनल बॉर्डर पर सीमा सुरक्षा बल द्वारा ‘ऑपरेशन अलर्ट’ आज सोमवार (11 अगस्त) से शुरु हो गया है. स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर को देखते हुए बीएसएफ का यह विशेष अभियान 11 अगस्त से 17 अगस्त तक लगातार जारी रहेगा. बीएसएफ के जवान सीमा पर मुस्तैद रहेंगे. इस दौरान सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त होंगे ताकि परिंदा भी पर न मार सके.
ऑपरेशन अलर्ट के दौरान बीएसएफ के अधिकारी और जवान सरहदों पर तैनात रहेंगे. इस दौरान चप्पे-चप्पे पर कड़ा निगरानी रखी जाएगी, ताकि दुश्मन किसी तरह की घुसपैठ या तस्करी की घटनाओं को अंजाम न दे पाए. वैसे से बीएसएफ पूरे साल तारबंदी पर बॉर्डर पर तैनात रहती है, लेकिन स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर यहां खास तौर पर कड़ी निगरानी रहेगी
बीएसएफ DIG योगेंद्र सिंह राठौड़ ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यह ऑपरेशन 11 अगस्त से 17 अगस्त तक जारी रहेगा. इसके तहत बॉर्डर पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहेंगे. उन्होंने बताया कि 15 अगस्त को देखते हुए यह ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
ऑपरेशन अलर्ट के मुख्य पॉइंट-
सीमा पर कड़ी निगरानी: बीएसएफ के जवान और अधिकारी सीमा पर 24 घंटे निगरानी रखेंगे.
गश्त और पेट्रोलिंग में बढ़ोतरी: सीमा पर गश्त और पेट्रोलिंग बढ़ाई जाएगी, जिसमें ऊंटों का भी उपयोग किया जाएगा.
संवेदनशील क्षेत्रों में जवानों की तैनातीः सीमा के संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त जवानों की तैनाती की जाएगी.
आधुनिक उपकरणों का उपयोगः घुसपैठ को रोकने के लिए आधुनिक उपकरणों का उपयोग किया जाएगा.
बॉर्डर पर रहेंगे अधिकारी
इस ऑपरेशन अलर्ट के दौरान सारा मैनपॉवर बॉर्डर पर रहेगा. यहां तक कि बीएसएफ के अधिकारी भी सरहद पर ही तैनात रहेंगे. कमांडेंट का हेडक्वार्टर सीमा पर रहेगा और वो अलर्ट के दौरान वहीं मौजूद रहेंगे. ऑपरेशन अलर्ट के दौरान बीएसएफ पूरी तरह से बॉर्डर पर तैनात रहेगी. बीएसएफ इस दौरान भारतीय खुफिया एजेंसियों से कोर्डिनेशन में रहेगी. किसी भी तरह के इनपुट पर बीएसएफ सजग रहेगी और दिन-रात बीएसएफ के निगेहबान तारबंदी पर पहरा देंगे.