Bihar: बेगूसराय में दर्दनाक हादसा: जेल से छूटकर लौटा पति, अगले दिन बाढ़ में डूबकर पत्नी और बेटी की मौत

बेगूसराय : बेगूसराय जिले के शाम्हो प्रखंड के सलहा सैदपुर बरारी पंचायत-1 के धनहा मोहल्ले में एक परिवार पर गहरा संकट टूट पड़ा. 4 साल बाद फरीदाबाद जेल से जमानत पर रिहा होकर लौटा पति अपनी पत्नी और बेटी से मिलने की खुशी में था, लेकिन यह सुखद मिलन महज एक दिन ही टिक सका.अगले ही दिन पत्नी और बेटी की बाढ़ के पानी में डूबकर मौत हो गई.कुंदन चौधरी को 2021 में फरीदाबाद में अपने फुफेरे भाई दिलखुश कुमार के साथ छेड़खानी के मामले में आरोपी बनाया गया था. दिलखुश ने एक लड़की के साथ छेड़खानी की, जिसमें उसके साथ कुंदन का भी नाम जोड़ दिया गया. तब से कुंदन जेल में था. पत्नी वंदना (26) ने चार साल तक मजदूरी कर वकीलों को फीस दी और हर संभव कोशिश की कि पति को जेल से छुड़ाया जा सके. 7 अगस्त को कुंदन को बेल मिली और 9 अगस्त को वह गांव लौटा.

गांव लौटते ही परिवार ने घर पर सत्यनारायण भगवान की पूजा कराई, ताकि आगे कोई संकट न आए। वंदना और 7 वर्षीय बेटी अनन्या की खुशी का ठिकाना नहीं था. अनन्या ने पापा से घूमने और खिलौने-चॉकलेट की फरमाइश भी की. लेकिन 10 अगस्त की दोपहर ने सब बदल दिया.बाढ़ के पानी ने पूरे घर को चारों तरफ से घेर रखा था, जिसकी गहराई करीब 20 फीट थी.अनन्या घर के पास खेल रही थी, तभी उसकी गेंद पानी में चली गई. गेंद लेने के लिए वह पानी की तरफ गई और फिसलकर उसमें गिर गई।.बेटी को डूबता देख मां वंदना ने बिना देर किए पानी में छलांग लगा दी। मगर तेज बहाव और गहराई के कारण दोनों डूब गए.

पड़ोसियों ने शोर सुनकर मदद की कोशिश की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी. घटना के बाद कुंदन का रो-रोकर बुरा हाल है. 4 साल बाद जिस परिवार को उसने गले लगाया था, अगले ही दिन वह उसे खो बैठा. गांव में मातमी सन्नाटा है और लोग इस घटना को बेहद दुखद मान रहे हैं. वंदना की संघर्ष और इंतजार की कहानी अब गांव में दर्द और आंसुओं के साथ याद की जा रही है.

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