बीजापुर में पुलिस-नक्सली मुठभेड़, DRG के 2 जवान घायल:एयर लिफ्ट कर रायपुर लाया जा रहा; दोनों तरफ से रुक-रुककर फायरिंग जारी

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चल रही है। दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में दो जवान जख्मी हो गए हैं, जिन्हें एयर लिफ्ट कर रायपुर रेफर किया गया है। फिलहाल दोनों जवानों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।

मामला गंगालूर थाना क्षेत्र का है। पुलिस अफसरों ने बताया कि दोनों तरफ से रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है। नक्सलियों को भी नुकसान होने की संभावना है।

2 जवान एयर लिफ्ट कर रायपुर रेफर

पुलिस को सूचना मिली थी कि गंगालूर इलाके में नक्सली मौजूद हैं। इसी सूचना के आधार पर 11 अगस्त (सोमवार) को जवानों को सर्च ऑपरेशन पर निकाला गया था। वहीं आज सुबह जब जवान जंगल में पहुंचे तो नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी।

जवानों ने भी मोर्चा संभाला और नक्सलियों के गोलियों का जवाब दिया। हालांकि, दोनों तरफ से हुई इस गोलाबारी में 2 जवान घायल जो गए हैं। जिन्हें साथियों ने मौके से बाहर निकाला। बीजापुर में इलाज करने के बाद एयर लिफ्ट कर दोनों को रायपुर रेफर किया गया है।

फोर्स अब भी मौके पर ही मौजूद है। दोनों तरफ से गोलीबारी जारी है। अफसरों का दावा है कि मुठभेड़ में नक्सलियों को भी भारी नुकसान हुआ है।

6 दिन पहले 1 नक्सली ढेर

बीजापुर जिले में 6 अगस्त को जवानों ने मुठभेड़ में एक नक्सली को ढेर किया था। मारे गए नक्सली का शव और हथियार बरामद कर लिया गया है। बताया जा रहा है कि फोर्स ने नक्सलियों को घेर कर रखा था। वहीं बीजापुर में एनकाउंटर के डर से एक महिला नक्सली समेत 9 नक्सलियों ने सरेंडर किया था। 9 नक्सलियों में से 6 नक्सलियों पर 24 लाख रुपए का इनाम घोषित हैं।

लगातार बड़े नक्सली लीडर मारे जा रहे

  • 21 मई को हुई मुठभेड़ में 27 नक्सली मारे गए। इसमें 1.5 करोड़ का इनामी बसवा राजू भी था।
  • 21 मई की मुठभेड़ से 7 दिन पहले पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कर्रेगुट्टा ऑपरेशन की भी जानकारी दी थी। इसमें 31 नक्सलियों को मार गिराया था।
  • छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर स्थित कर्रेगुट्टा के पहाड़ों पर सुरक्षाबलों ने 24 दिनों तक ऑपरेशन चलाया था।

शाह का दावा- 2026 तक खत्म कर देंगे नक्सलवाद

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह अगस्त 2024 और दिसंबर 2024 में छत्तीसगढ़ के रायपुर और जगदलपुर आए थे। वे यहां अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। इस दौरान उन्होंने अलग-अलग मंचों से नक्सलियों को चेताते हुए कहा था कि हथियार डाल दें। हिंसा करोगे तो हमारे जवान निपटेंगे।

वहीं उन्होंने एक डेडलाइन भी जारी की थी कि 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नक्सलवाद का खात्मा कर दिया जाएगा। शाह के डेडलाइन जारी करने के बाद से बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन काफी तेज हो गए हैं।

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