इत्मीनान से किया 14 करोड़ का सफाया: जबलपुर में हुई डकैती में लुटेरों का प्रोफेशनल अंदाज, पुलिस के हाथ अब तक खाली

मध्य प्रदेश : जबलपुर जिले के खितौला मोड़ के पास स्थित इसाफ स्मॉल फाइनेंस बैंक में सोमवार सुबह हुई 14 करोड़ रुपये से अधिक की डकैती ने पूरे क्षेत्र में दहशत फैला दी है.हेलमेट पहने छह हथियारबंद लुटेरों ने पूरी पेशेवर योजना के साथ महज 15 मिनट में बैंक के लॉकर से 14 किलो 873 ग्राम सोना और 5 लाख 9 हजार रुपये नकद समेटे और फरार हो गए। इस दौरान किसी के साथ मारपीट नहीं हुई, लेकिन आरोपियों ने हथियार दिखाकर सभी को चुपचाप बैठे रहने की चेतावनी दी.
फिल्मी अंदाज में किया बैंक पर धावा-
पुलिस जांच में सामने आया है कि वारदात सोमवार सुबह करीब 8:55 बजे हुई, जब बैंक में सफाईकर्मी संतराम झाड़ू लगा रहा था.बैंक का समय सुबह 9 बजे का है, लेकिन त्यौहार के कारण स्टाॅफ समय से पहले पहुंच रहा था.इसी दौरान मैनेजर अंकित सोनी, कर्मचारी बबीता लोधी और रघुवीर पटेल भी बैंक आ चुके थे.दो मोटरसाइकिलों पर सवार पांच लुटेरे बैंक के सामने रुके.सभी हेलमेट पहने हुए थे.चार बदमाश सीधे बैंक के अंदर दाखिल हुए और हथियार निकालकर शांत स्वर में बोले हथियार हैं, जो जहां है वहीं बैठ जाओ.
गन प्वाइंट पर लॉकर तक ले गए-
एक लुटेरा दरवाजे पर कुर्सी लगाकर बैठ गया, जबकि बाकी चार इत्मीनान से लॉकर की ओर बढ़ गए. मैनेजर से लॉकर की चाबी मांगी गई, तो उन्होंने बताया कि चाबी महिला कर्मचारी के पास है.जैसे ही बबीता लोधी पहुंचीं, उन्हें गन प्वाइंट पर लॉकर रूम ले जाया गया.वहां से सोने के बिस्किट और गहने, साथ ही नकदी निकालकर बैग में भरे गए.
पूरी तैयारी, पूरी जानकारी-
जांच अधिकारियों का मानना है कि यह गिरोह बाहरी था और बैंक की गतिविधियों, सुरक्षा व्यवस्था व समय-सारिणी से पूरी तरह वाकिफ था.वारदात के समय बैंक में कोई सुरक्षा गार्ड मौजूद नहीं था.बैंक में गोल्ड लोन के कारण बड़ी मात्रा में सोना रखा हुआ था, जिसकी जानकारी अपराधियों को पहले से थी.
इत्मिनान से दिया वारदात को अंजाम-
लुटेरों ने इतनी शांति और आत्मविश्वास से काम किया कि किसी भी कर्मचारी या ग्राहक के साथ कोई जोर-जबर्दस्ती नहीं हुई। बैंक में मौजूद लोग स्तब्ध होकर उन्हें देख रहे थे, जबकि लॉकर से सोना निकालने का काम व्यवस्थित ढंग से चलता रहा.
मोबाइल छीने, बाथरूम में बंद किया-
लूट पूरी करने के बाद डकैतों ने बैंक के चारों कर्मचारियों के मोबाइल फोन छीन लिए और उन्हें बाथरूम में बंद कर दिया.इसके बाद सभी आरोपी मोटरसाइकिलों से फरार हो गए.
लमकना में मिले मोबाइल-
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने सायबर सेल को सक्रिय किया.मोबाइल लोकेशन घटनास्थल से करीब 10 किलोमीटर दूर लमकना में मिली.जब वहां दबिश दी गई, तो डकैत तो नहीं मिले, लेकिन लूटे गए मोबाइल सड़क किनारे पड़े हुए मिले.
सीसीटीवी में चार बदमाश कैद-
बैंक के सीसीटीवी फुटेज में चार बदमाश साफ नजर आ रहे हैं, हालांकि कर्मचारियों का कहना है कि कुल पांच लोग शामिल थे.सभी ने हेलमेट पहना हुआ था और चेहरे छिपाए हुए थे.फुटेज से पुलिस ने उनकी गतिविधियों और बैंक के अंदर-बाहर की मूवमेंट का विश्लेषण शुरू कर दिया है.
डीआईजी और कप्तान मौके पर-
घटना की खबर मिलते ही डीआईजी अतुल सिंह, पुलिस कप्तान संपत उपाध्याय, एएसपी ग्रामीण सूर्यकांत शर्मा, एसडीओपी सिहोरा आदित्य सिंघारिया सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा। क्राइम ब्रांच, डॉग स्क्वॉड और फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट को भी जांच में लगाया गया.
अन्य जिलों में अलर्ट जारी-
जबलपुर सहित कटनी, दमोह, सागर, मैहर और सतना जिलों में हाई अलर्ट जारी किया गया है.सभी प्रमुख मार्गों पर नाकाबंदी कर वाहनों की जांच की जा रही है.पुलिस का मानना है कि आरोपी वारदात के बाद अलग-अलग दिशाओं में बंटकर भागे हो सकते हैं.
बैंक में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल-
इस वारदात ने एक बार फिर छोटे कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। गोल्ड लोन फाइनेंस करने वाले बैंकों में करोड़ों का सोना रखा होता है, लेकिन कई जगह पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम नहीं होते.खितौला की इस शाखा में भी न तो वारदात के समय गार्ड मौजूद था, न ही किसी ने अलार्म तुरंत बजाया. सायरन तभी बजा जब आरोपी फरार हो चुके थे.
पुलिस के लिए चुनौती-
डकैती का यह मामला पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है.सोने की भारी मात्रा और नकदी की लूट ने न सिर्फ पुलिस बल्कि बैंक प्रबंधन की जिम्मेदारी पर भी उंगली उठाई है.इस बीच, पुलिस ने दावा किया है कि उनके पास कुछ अहम सुराग हैं और जल्द ही आरोपी गिरफ्त में होंगे.
पुलिस कप्तान संम्पत उपाध्याय,कहना है-
घटना बेहद संगठित तरीके से अंजाम दी गई है.प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट है कि आरोपी पेशेवर हैं और संभवतः बाहरी इलाके के हैं। उन्होंने बैंक की गतिविधियों, समय और सुरक्षा व्यवस्थाओं का पूरा अध्ययन किया था.वारदात के समय बैंक में कोई गार्ड मौजूद नहीं था, जिससे उन्हें फायदा मिला.पुलिस की कई टीमें गठित की गई हैं और आसपास के जिलों में अलर्ट जारी है.सीसीटीवी फुटेज, साइबर इनपुट और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की पहचान कर जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी.
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