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भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर मिली 8.50 करोड़ की ड्रग्स:पाकिस्तानी तस्करों ने ड्रोन से भेजा पैकेट; दो साल पहले यहां मिली थी 300 करोड़ की हेरोइन

पाकिस्तानी तस्करों की ओर से लगातार इंटरनेशनल बॉर्डर पर ड्रग्स भेजी जा रही है। सोमवार बीती रात को भी बीकानेर के खाजूवाला से सटे भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर 8.50 करोड़ की ड्रग्स भेजी गई है। ये ड्रग्स का पैकेट बंदरी पोस्ट के पास फेंका गया है।

यहां से पाकिस्तान बॉर्डर महज 130 किलोमीटर की दूरी पर है। बताया जा रहा है कि दो साल पहले इसी पोस्ट पर 300 करोड़ की ड्रग पकड़ी गई थी। वहीं इसी पोस्ट पर 14 अगस्त को सीएम भजनलाल शर्मा भी पहुंचने वाले हैं। इधर, मंगलवार सुबह खाजूवाला पुलिस

बीएसएफ को मिली थी सूचना

बीएसएफ के डिप्टी कमांडेंट महेश कुमार जाट ने बताया कि बीएसएफ इंटेलिजेंस को सूचना सिली थी कि भारतीय सीमा में पाकिस्तान की ओर से ड्रग की बड़ी खेप भेजी जा रही है। ऐसे में पूरे एरिया का सर्वे किया। इस सर्वे में बीएसएफ के 96वीं बटालियन और जी ब्रांच के अधिकारी शामिल थे।

सर्च के दौरान बंदरी पोस्ट पर कीचड़ में पीले रंग का पैकेट मिला। इसे जब खोला गया तो इसमें 1.655 किलो ड्रग मिली। इस पैकेट को 6 अलग-अलग लेयर में पैक किया हुआ था।

यहीं पकड़ी गई थी तीन सौ करोड़ की हेरोइन

इसी पोस्ट पर दो साल पहले तत्कालीन डीआईजी पुष्पेंद्र सिंह के नेतृत्व में बीएसएफ ने तीन सौ करोड़ रुपए की हेरोइन बरामद की थी, जो अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई थी। बीएसएफ ने इसके बाद ही इस क्षेत्र में सख्ती बढ़ा दी थी।

इधर, जिस पोस्ट पर ये हेरोइन बरामद हुई है, इसी के आगे आगे कोड़ेवाला पोस्ट पर 14 अगस्त को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आ रहे हैं। वे यहां बीएसएफ जवानों से संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री की यात्रा के कारण भी क्षेत्र में सर्च अभियान तेजी से चल रहा था।

अब पुलिस का सर्च अभियान

बीएसएफ की इस कार्रवाई के बाद अब खाजूवाला पुलिस भी सर्च अभियान चला रही है। मुख्यमंत्री के दौरे के कारण पुलिस यहां दो दिन से सक्रिय है। इस कार्रवाई के बाद बीएसएफ डीआईजी अजय लूथरा ने आईजी हेमंत शर्मा और एसपी कावेंद्र सिंह सागर को सूचना दी थी। इसके बाद खाजूवाला पुलिस मौके पर पहुंच गई है। जब्ती की कार्रवाई पुलिस के माध्यम से की जा रही है।

वहीं पाकिस्तान की ओर से आ रही ड्रग के बाद बीएसएफ ने पिछले कुछ सालों में सीमावर्ती गांवों में रहने वाले युवाओं को भी जागरूक किया है। उन्हें बताया जा रहा है कि किस तरह से पाकिस्तान हमारे यहां नशीली सामग्री भेज रहा है। संदिग्ध लोगों पर किस तरह से नजर रखनी चाहिए। इसी का नतीजा है कि बीएसएफ की इंटेलीजेंस को मजबूती मिली है।

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