12 जून 2025 को अहमदाबाद से लंदन जाने वाला विमान हादसे का शिकार हो गया था. इस हादसे में 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों सहित 279 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे में हीर प्रजापति नाम के एक शख्स की मां कल्पना बेन प्रजापति की भी मौत हो गई. हादसे के इतने दिन बाद हीर ने अब बोइंग के खिलाफ अमेरिका में मुकदमा किया है.
यूएस फेडरल कोर्ट में इस मुकदमें के लिए हीरे ने माइक एंड्रयूज को हायर किया है. न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में हीर प्रजापति ने कहा कि हमने माइक एंड्रयूज को नियुक्त किया है. हमें उम्मीद है कि ब्लैक-बॉक्स से मिली जानकारी का कच्चा-चिट्ठा जल्द से जल्द हमारे सामने आएगा ताकि हम अपने वकील के साथ मिलकर आगे की कार्रवाई के बारे में फैसला ले सकें.
भारत में सिर्फ तारीख पर तारीख
हीर ने आगे कहा कि भारत में मुकदमे वर्षों तक खिंच जाते हैं. तारीख पर तारीख चलती रहती है. हम अमेरिका में मुकदमा लड़ रहे हैं ताकि फैसला जल्दी सुनाया जा सके. हमें विश्वास है कि हमें न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि जब यह घटना हुई, तो सरकार ने हमारी बहुत मदद की. पुलिस ने भी हमारी मदद की. हम उन डॉक्टरों के भी शुक्रगुजार हैं, जिन्होंने तुरंत डीएनए टेस्ट के बाद शव हमें सौंपे.
हीर ने कहा कि मेरी मां कल्पना बेन की इस हादसे में मौत हो गई. मैंने पहले उनके लिए 9 जून की फ्लाइट बुक की थी, लेकिन उनकी तबियत खराब थी और उन्होंने मुझे बताया कि वह उस दिन यात्रा नहीं कर सकतीं. इसलिए मैंने फिर 11 जून की टिकट बुक की. लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि वह उस दिन भी यात्रा नहीं करेंगी क्योंकि वह ऑड डेट पर यात्रा नहीं करना चाहतीं. फिर मैंने 12 जून की टिकट बुक की.
12 जून 2025 को हुआ था हादसा
अहमदाबाद से लंदन जाने वाला एअर इंडिया का यह विमान मेघाणी इलाके में हादसे का शिकार हो गया. सबसे बड़ी बात तो यह है कि विमान टेक ऑफ के कुछ ही सेकंड के अंदर ही क्रैश हो गया. विमान में दो पायलट और 10 क्रू मेंबर्स समेत कुल 242 लोग सवार थे. क्रैश के बाद विमान में आग लग गई. इसके बाद विमान बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल पर जा गिरा. इस फ्लाइट में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी भी सवार थे. उनकी भी मौत हो गई. बस एक शख्स जिंदा बच गया. वह 11 नंबर की सीट पर बैठा था.