झारखंड में एक तरफ सरकार महिलाओं को सशक्त करने के लिए, मईया सम्मान योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजना चला रही है. जिसमें18 से 50 साल के बीच की महिलाओं को प्रत्येक महीना ₹2500 की आर्थिक सहायता दी जा रही है. वहीं दूसरी तरफ महिलाओं और बेटियों को सुरक्षित रखने में राज्य सरकार विफल दिख रही है. आए दिन झारखंड के किसी न किसी जिले में दरिंदे नाबालिक बेटी और महिलाओं को अपनी हवस का शिकार बना रहे हैं. ठीक ऐसा ही एक मामला पलामू जिले से सामने आया है.
यहां चैनपुर थाना क्षेत्र में एक किशोरी से दो दरिंदों ने गैंगरेप किया, वो भी उसकी छोटी बहन की आंखों के सामने. हालांकि, मामला प्रकाश में आते ही पलामू जिला की पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सामूहिक दुष्कर्म की घटना में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
सामूहिक दुष्कर्म की घटना को लेकर मिली जानकारी के मुताबिक पलामू जिला की रहने वाली दो नाबालिग बहनें रोजगार की तलाश में, पलामू से पंजाब जाने के लिए निकली थीं. दोनों बहनें डाल्टनगंज स्टेशन पर ट्रेन का इंतजार कर रही थीं. इसी दौरान सोमवार को देर शाम दो लोग वहां पहुंचे. उन्होंने खुद को पुलिसकर्मी बताया. फिर दोनों बहनों को कहा कि हम तुम्हारी मदद करेंगे. इसके बाद दोनों बहनों को बाइक पर बैठाकर सुनसान जगह पर ले गए.
सुनसान जगह पर दोनों दरिदों ने छोटी बहन के सामने बड़ी बहन से गैंगरेप किया. फिर दोनों बहनों को जबरन मेदिनीनगर लेकर आ गए. सद्दीक मंजिल चौक के समीप छोटी बहन ने हिम्मत दिखाई और बाइक से कूद गई. फिर उसने शोर मचाना शुरू कर दिया. लड़की का शोर सुन वहां मौजूद स्थानिए लोगों ने तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी.
पुलिस को सुनाई आपबीती
मौके पर पहुंची पुलिस ने लड़की से पूछताछ की. तब उसने पूरी बात पुलिस को बताई, जिसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार आरोपियों में चैनपुर क्षेत्र के ही रहने वाले सोनू कुमार और सुमित कुमार शामिल हैं. जबकि दोनों पीड़ित बहनें पलामू जिला के ही पाटन थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं. सामूहिक दुष्कर्म के दोनों आरोपियों को पुलिस के द्वारा गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया. जबकि, पीड़िता का अस्पताल में मेडिकल जांच करवा कर पूरे मामले को लेकर अनुसंधान शुरू कर दिया गया है.